बेटी की डोली उठने से पहले ही किसान ने किया सुसाईड

 


लखनऊ : कितना दुःखद मंजर होगा जब एक पिता अपनी बेटी को डोली में बिठाकर घर से विदा करता कि इससे पहले ही पिता को लोग चार कंधों पर रूखसत कर रहे हों । जी हां ये दुखद हादसा है राजधानी के मोहनलालगंज के खरेना गांव का जहां एक किसान की बेटी की शादी की तैयारियां चल रहीं थीं। लेकिन घार में आये दुखों के तूफान ने सारी खुशियों को मातम में बदल दिया।

इस घर में हर कोई शादी की तैयारी में जुटा हुआ था। शाम को बारात के स्वागत को तैयारियां पूरी हो चुकीं थीं। लेकिन इसी बीच लड़की के पिता ने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी और शादी की खुशियां मातम में बदल गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है वहीं घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। जानकारी के अनुसार मोहनलालगंज के टिकरा गांव में आज हुई ह्रदयविदारक घटना में 55 वर्षीय किसान सुनील द्विवेदी ने बेटी डोली उठने से पहले ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

शाम को बेटी की बारात आनी थी और सुबह घर के पिछले हिस्से में बने पशुवाड़े में सुनील का शव फंदे से लटका मिला। घटना से परिवार की सारी खुशियां मातम में बदल गईं।आज शाम को उनकी बेटी की बारात आनी थी। घर के सभी लोग बारात के स्वागत के लिए भंडारखाने से लेकर जनवासे की व्यवस्थाओं की तैयारी में लगे थे। सुनील करीब नौ बजे तक नहीं दिखे तो घरवालों ने खोजबीन शुरू की।

इस बीच घर के पीछे पशुवाड़े में कुंडे से गमछे के सहारे सुनील को फंदे पर लटका देख चीख.पुकार मच गई। आनन फानन रिश्तेदारों और घरवालों ने सुनील को फंदे से उतारा अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इंस्पेक्टर मोहनलालगंज ने बताया कि सुनील शराब के आदी थे शनिवार रात भी वह नशे में थे। उनका एक रिश्तेदार से किसी बात को लेकर विवाद हुआ भी हुआ था।घरवालों ने समझाया कि बेटी की शादी है कम से कम अब तो शराब मत पियो। इसके बाद सुनील जाकर सो गए। सुबह सुनील का शव फंदे पर लटका मिला।

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