देहरादून: पीआरडी जवानों ने सालभर ड्यूटी और युवा कल्याण से हटाने की मांग को लेकर किया सीएम आवास कूच

  


प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी)संगठन ने पूरे साल ड्यूटी और युवा कल्याण से हटाने की मांग उठायी है। मंगलवार को उन्होंने सीएम आवास कूच किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें हाथी बड़कला पर ही रोक लिया। जहां उन्होनें आगे बढ़ने के लिए हंगामा भी किया। बाद में वे प्रदर्शन करते हुए वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होनें पीआरडी को युवा कल्याण विभाग से हटाने की भी मांग की।संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद के नेतृत्व में पीआरडी जवान रेंजर्स ग्राउंड में एकत्र हुए। इसके बाद वे प्रदर्शन करते हुए रैली के रूप में सीएम आवास की ओर निकले। लेकिन जब वे हाथी बड़कला पहुंचे तो पुलिस ने वहां बैरियर लगाकर उन्हें रोक लिया। जिस पर वहां हंगामा भी हुआ। बाद में ये जवान वहीं प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। दिनेश प्रसाद ने बताया कि पीआरडी जवान विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों में पुलिस जवानों के जैसे ही कोविड महामारी में ड्यूटी देते रहे। लेकिन उन्हें कोविड फ्रंट लाइन वॉरियर तक नहीं कहा गया।प्रदेश में इस समय 9230 पीआरडी जवान हैं, जिसमें से सिर्फ 700 को ही ड्यूटी दी जा रही है, बाकी खाली घर बैठे हैं। इस बीच कई बिना प्रशिक्षण लिए लोगों को ही पीआरडी के नाम पर भर्ती कर ड्यूटियां दी जा रही है। कुंभ में करीब 3000 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें भी अब ड्यूटियां न देकर घर बैठने को कहा जा रहा है। कोविड ड्यूटी में कई जवान कोविड की चपेट में आए, लेकिन उनके परिजनों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। जवानों को प्रति दिन ड्यूटी के हिसाब से पांच सौ रुपये मानदेय दिया जाता है, जिसमें सरकार ने सत्तर रुपये का इजाफा किया है। संगठन ने मांग की कि सरकार 365 दिन ड्यूटी का जीओ जारी करे। रैली में हरी सिंह ,गोपाल भट्ट, विजय, भगत दानू, राजेंद्र सिंह किशन रावत , बारु तोमर प्रदेश, जितिन कुमार, विजय सिंह, चैन सिंह, धर्मेंद्र, भरत तोमर, राजेन्द्र सिंह, गोपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

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