पुण्यतिथि पर इंद्रमणि बडोनी को किया याद, दी श्रद्धांजलि

  


 

देहरादून / उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रणेता पहाड़ के गांधी कहे जाने वाले स्व. इंद्रमणि बडोनी की 22 वीं पुण्यतिथि पर उक्रांद ने श्रद्धांजलि दी। पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि देने के पश्चात घंटाघर स्थित प्रतिमा में श्रद्धांजलि देते हुए सभा की। जिसकी अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने की।वक्ताओं ने कहा कि बडोनी ने आज के ही दिन 1999 में अपनी देह त्यागी। आखिरी बार उनके मुंह से उत्तराखंड शब्द निकला। अंतिम सांस तक उत्तराखंड उनमें बसा था। निवर्तमान प्रवक्ता सुनील ध्यानी ने कहा कि दल बडोनी के नाम पर रोजगार योजना तथा पुरस्कार देगा। मौके पर बीडी रतूड़ी, सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर रावत, कुंवर प्रताप, जब्बर सिंह पावेल, शकुंतला रावत, राजेंद्र बिष्ट, बृजमोहन सजवाण, राजेंद्र प्रधान, उत्तम रावत, कमल कांत, दिनेश नेगी, वीरेंद्र रावत, अंकेश भण्डारी, नरेश बोठियाल, विनीत सकलानी, किरन रावत कश्यप, सुलोचना इष्टवाल, दीपक मधवाल, सरोज रावत, प्रवीन रमोला, राजेंद्र गुसाईं, सुशील विरमानी, सुमित डंगवाल, सचिन नौटियाल, सुमित, राजेंद्र प्रधान, सुरेश आर्य, अनिल डोभाल आदि मौजूद थे।

बडोनी का जीवन वृत हो पाठ्यक्रम में शामिल

 उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने स्व. इन्द्रमणी बडोनी की पुण्यतिथि पर घंटाघर स्थित प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित क़ी। मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, वेदा कोठारी ने कहा कि जो सपने पर्वतीय गांधी इन्द्रमणी बडोनी ने देखे वह राष्ट्रीय दलों के सत्ता में रहते पूरे नहीं हो सकते हैं। मंच की सरकार से मांग है कि स्वर्गीय इन्द्रमणी बडोनी के संघर्षमय जीवन वृत के इतिहास को पाठ्य पुस्तको में शामिल किया जाए। जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, सुरेश नेगी ने कहा कि प्रदेशवासियों के सामने अपनी जमीन बचाने की चुनौती है। समीक्षा अधिकारी संघ अध्यक्ष जीतमणी पैन्यूली, पूर्ण सिंह लिंगवाल ने कहा कि जिला प्रशासन से लेकर सरकार के नुमाइन्दों ने उत्तराखंड के पुरोधा इंद्रमणी बडोनी की उपेक्षा की है। जयदीप सकलानी ने मौके पर हल टंगे है बल हमारे गांव में, अब पधानौ के मजे है बल हमारे गांव में गीत गाकर बडोनी को याद किया। मौके पर प्रभात डंडरियाल, रामलाल खंडूड़ी, अमित जैन, डा. मुकुल शर्मा, जबर सिंह, शकुन्तला नेगी मौजूद रहे। उधर, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने इन्द्रमणी बड़ोनी को मरणोपरांत भारत रत्न देने क़ी मांग की है। कहा कि उन्होंने पृथक राज्य क़ी लड़ाई को गांधीवादी तरीके से लड़ा।

 

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