भाजपा के प्लेन को कांग्रेस का "पायलट" उड़ाने को बेचैन


राजस्थान में सियासी उथल-पुथल देखने और सुनने को मिल रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार सचिन पायलट नाराज हैं और वह कांग्रेस को अलविदा कहने का मन बना चुके हैं और जल्दी ही वह भाजपा का दामन भी थाम सकते हैं. हालांकि अभी तक यह सिर्फ हवा में ही चर्चा है और इसकी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है कि सचिन पायलट क्या वास्तव में बीजेपी का रुख करेंगे. लेकिन इतना जरूर है कि मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में भी सियासी तूफान खड़ा हो चुका है. मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब भाजपा का दामन थामा था तब उनके इस कदम से सब हैरान रह गए थे. सिंधिया के ऐसा करने का प्रमुख कारण कांग्रेस से नाराजगी थी और कहा जा रहा था कि कांग्रेस द्वारा उनको लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है और यह बात भी सामने आई थी कि सिंधिया की बात राहुल गांधी नहीं सुनते हैं.जबकि राहुल गांधी ने उनके इस बयान पर कहा था कि सिंधिया उनके काफी करीबी हैं. लेकिन सिंधिया ने उस समय कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन थामने में देर नहीं लगाई. अब ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सिंधिया की राह पर सचिन पायलट चल रहे हैं.


 


दिग्विजय सिंह के बाद कपिल सिब्बल की पार्टी को नसीहत


 


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने हाल ही में एक के बाद एक ट्वीट के जरिए कहा था कि जो कांग्रेसी नेता पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आक्रामक रुख का समर्थन नहीं कर सकते तो वह कांग्रेस में क्यों हैं. दिग्विजय सिंह ने इस ट्वीट के माध्यम से बहुत कुछ कह दिया था अब ऐसा ही कुछ कपिल सिब्बल ने कहा है. मशहूर वकील और कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल ने भी पार्टी को नसीहत दी है और कहा है कि आखिर हम कब जागेंगे. समझा जा रहा है कि उन्होंने यह बात राजस्थान में उठे सियासी तूफान को देखते हुए कही है. दूसरी तरफ तेजी से यह मांग जोर पकड़ रही है कि राहुल गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि यह समय बहुत नाजुक है और ऐसे में राहुल गांधी ही पार्टी का सही नेतृत्व कर सकते हैं. जहां तक राजस्थान में सचिन पायलट की बात है तो उनके हर कदम पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं कि उनका अगला कदम क्या होगा.कांग्रेस में जिन बातों को लेकर सचिन पायलट नाराज हैं क्या पार्टी हाईकमान द्वारा उन बातों पर उनकी नाराजगी दूर कर ली जाएगी या फिर पायलट भी सिंधिया की ही राह पर चलेंगे.


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