आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप हो रहा है प्रदेश का विकास: धामी
उधमसिंहनगर/ देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को खटीमा पहुंचकर वहां के ऐतिहासिक खटीमा गोलीकांड में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण की नींव आंदोलनकारियों के संघर्ष और बलिदान पर टिकी है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि आंदोलनकारियों और उनके परिजनों का सम्मान हो तथा उनके सपनों के अनुरूप प्रदेश का विकास हो। उन्होंने कहा कि खटीमा गोलीकांड राज्य आंदोलन के इतिहास में एक ऐसा मोड़ था जिसने पूरे उत्तराखंड में जनभावनाओं को प्रबल किया और अलग राज्य की मांग को और मज़बूत बनाया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में बनाए गए “साथी केंद्र” का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह केंद्र छात्रों के लिए शिक्षा और करियर से जुड़ी विभिन्न सुविधाओं को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने का काम करेगा। साथी केंद्र के माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगार, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, कैरियर मार्गदर्शन और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस केंद्र के माध्यम से खटीमा और आसपास के क्षेत्र के युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने का एक मज़बूत आधार मिलेगा।
उन्होंने इस दौरान कहा कि उत्तराखंड सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार नई योजनाएं और पहल कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि राज्य आंदोलन की भावना सिर्फ राजनीतिक आंदोलन तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान, शिक्षा, रोजगार और विकास की आकांक्षाओं से भी जुड़ी हुई थी। ऐसे में शहीद आंदोलनकारियों के बलिदान को हमेशा स्मरण करते हुए राज्य सरकार प्रदेश को प्रगति की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, छात्र-छात्राएं और आंदोलनकारी परिवार शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की कि वे अपने क्षेत्र और राज्य के विकास में सक्रिय सहयोग दें और शहीदों की स्मृति को जीवित रखने में योगदान करें।
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