शहीदों की आवाज उठाते रहेंगे, स्थायी राजधानी के लिए संघर्ष जारी रहेगा: आनंद

 


देहरादून : स्थायी राजधानी की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता रविंद्र सिंह आनंद सोमवार को भराड़ीसैंण पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस प्रशासन ने दिवालीखाल के पास ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया। रविंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने पुलिस से आगे जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें यह कहते हुए रोक दिया गया कि सरकार ने आगे जाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और बिना पास के किसी को भी विधानसभा परिसर तक नहीं जाने दिया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि वे लोकतांत्रिक तरीके से, बिना किसी नियम का उल्लंघन किए, विधानसभा जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोक दिया।


आम आदमी पार्टी नेता ने बताया कि इस दौरान अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे थे, जिन्हें भी पुलिस ने जबरन खदेड़ दिया। उन्होंने कहा कि वे केवल इतना ही चाहते हैं कि भराड़ीसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किया जाए और यहीं से सचिवालय एवं विधानसभा की कार्यवाही संचालित हो। उनका कहना था कि यदि सभी विधानसभा सत्र भराड़ीसैंण से चलेंगे तो स्थानीय लोगों को रोजगार और विकास के अवसर मिलेंगे, जिससे पहाड़ का भविष्य बदलेगा।

रविंद्र सिंह आनंद ने आरोप लगाया कि धामी सरकार पहाड़ विरोधी नीतियों पर काम कर रही है और इसलिए भराड़ीसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की दिशा में कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों का अपमान है, क्योंकि आंदोलनकारियों ने जिस सपने के साथ अलग राज्य की मांग की थी, वह अब तक पूरा नहीं हो सका।

उन्होंने आगे कहा कि वे इस मुद्दे को लगातार उठाते रहेंगे और राज्य आंदोलन के शहीदों की आवाज बनकर इसी प्रकार आंदोलन करते रहेंगे। उन्होंने दोहराया कि स्थायी राजधानी केवल भराड़ीसैंण ही होनी चाहिए और सरकार को जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस दिशा में तुरंत ठोस कदम उठाने चाहिए।

टिप्पणियाँ