संसद में ‘124 नॉट आउट’ टी-शर्ट से विरोध



नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यदि मतदाता सूची में त्रुटियां हैं, तो पूरी लोकसभा और केंद्र सरकार को भंग कर देना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के चुनाव के लिए भी इसी सूची का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने चुनाव आयोग पर कथित मतदाता सूची विसंगतियों पर सवालों से बचने का आरोप लगाया और दावा किया कि गुजरात और पश्चिम बंगाल, दोनों राज्यों में एक ही मतदाता पहचान पत्र संख्या वाले मतदाता मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग डरा हुआ है।

पत्रकारों से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि दिल्ली में लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे विपक्षी सांसदों, जिनमें कई महिला सांसद भी शामिल थीं, के साथ दिल्ली पुलिस का व्यवहार यह साबित करता है कि चुनाव आयोग के पास हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं है। उन्होंने पूछा कि गुजरात और बंगाल दोनों में एक ही मतदाता पहचान पत्र संख्या वाले मतदाता कैसे हो सकते हैं और अलग-अलग मतदान केंद्रों पर एक ही नाम वाले लोग कैसे दर्ज हैं।

बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग खुद मान रहा है कि मतदाता सूची में त्रुटियां हैं। अगर ऐसा है तो इसी सूची के आधार पर एक साल पहले प्रधानमंत्री, भाजपा के 240 सांसद, गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और रक्षा मंत्री चुने गए थे। ऐसे में पहला कदम लोकसभा को भंग करना होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराना है तो यह केवल बंगाल में नहीं बल्कि पूरे देश में होना चाहिए।

इससे पहले, मानसून सत्र के सत्रहवें दिन, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, इंडिया ब्लॉक के अन्य सदस्यों के साथ संसद में एसआईआर मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। कई विपक्षी सांसद ‘124 नॉट आउट’ लिखी सफेद टी-शर्ट पहनकर संसद पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

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