मौसम विभाग की चेतावनी: नदी-नालों से दूर रहें, यात्रा से बचें
देहरादून: उत्तराखंड में मानसूनी कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदेश के कई जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून समेत उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले इस रेड अलर्ट की जद में हैं। इसके अतिरिक्त राज्य के अन्य जिलों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिससे संकेत मिलते हैं कि पूरे प्रदेश में बारिश का असर व्यापक रहेगा।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा हो सकती है, जिससे जलभराव, भूस्खलन और नदियों-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ने की आशंका बनी हुई है। आम जनता से अपील की गई है कि अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर पर्वतीय क्षेत्रों की ओर न जाएं। रात के समय विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि अधिकांश घटनाएं अंधेरे में गंभीर परिणाम ला सकती हैं। नदियों और नालों के किनारे रहने वाले लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने को कहा गया है।
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गंगा उफान पर आ गई और जलस्तर चेतावनी रेखा 293 मीटर के करीब 292.90 मीटर तक पहुंच गया। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने घाटों को खाली करा दिया है और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया गया है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के संबंधित विभागों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
ऋषिकेश में भी स्थिति कम चिंताजनक नहीं है। तेज बारिश के चलते गंगा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। रविवार को गंगा का जलस्तर 338.97 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी रेखा 339.50 मीटर से बेहद करीब है। इसके कारण गंगा घाट और तटीय क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है और लगातार निगरानी की जा रही है।
प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी जरूरी स्थानों पर तैनात की गई हैं। सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार यह प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार की जनहानि न हो और समय रहते सभी जरूरी कदम उठाए जा सकें।
राज्य में हो रही यह मूसलाधार बारिश न केवल यातायात को प्रभावित कर रही है, बल्कि जनजीवन पर भी व्यापक प्रभाव डाल रही है। कई क्षेत्रों में सड़कों के बाधित होने, बिजली आपूर्ति में व्यवधान और संपर्क साधनों के ठप पड़ने की खबरें भी मिल रही हैं। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी सूचना चैनलों से ही जानकारी प्राप्त करें।
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