गांजा लोडेड पिकअप पकड़ी गई, सब्जी बनी ढाल तस्करी की चाल
मेरठ : मेरठ पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने रविवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 122 किलो गांजा बरामद किया। अनुमानित 61 लाख रुपये कीमत का यह गांजा सब्जियों की बोरियों में छिपाकर एक पिकअप वाहन के ज़रिए दिल्ली ले जाया जा रहा था।
टीपीनगर थाना क्षेत्र के वेदव्यासपुरी पुलिस चौकी के पास चेकिंग के दौरान पुलिस टीम ने पिकअप और एक बाइक को रोका और तलाशी ली, जिसमें गांजे से भरी बोरियां बरामद की गईं। इस ऑपरेशन में पांच तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं, जिनसे पूछताछ जारी है।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान:
अनुज कुमार – निवासी आदमपुर शाहपुर, मुजफ्फरनगर
रचित कुमार – निवासी रामजी नगर बस्ती कैहरई, ताजगंज, आगरा
जोनी कुमार – निवासी जलालपुर आदर्श मंडी, शामली
जतिन कुमार – निवासी पेलखा गढ़ी पुख्ता, शामली
अनिकेत – निवासी गढ़ी सखावतपुर, बुढाना, मुजफ्फरनगर
पुलिस ने बरामद किया:
122 किलो गांजा (61 लाख रुपये की कीमत)
एक पिकअप वाहन
एक बाइक
दो मोबाइल फोन
कैसे करते थे तस्करी?
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे सब्जियों की बोरियों के नीचे गांजा छिपाकर ले जाते थे ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके। वे लंबे समय से यह कार्य कर रहे थे। गिरोह का सरगना अनुज कुमार पहले भी दो बार गांजा तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है और रिहा होने के बाद फिर से इस अवैध काम में लग गया।
40 हजार में तय हुआ था गांजे का सौदा
इस बार उड़ीसा से गांजा मंगवाकर 40 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था, जिसे दिल्ली तक सप्लाई किया जाना था। पिकअप का ड्राइवर जोनी कुमार भी गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वहीं रचित, जतिन और अनिकेत भी माल लदवाने, उतरवाने और बिक्री में बराबर भागीदार हैं। हर सप्लाई पर इन्हें 20-20 हजार रुपये मिलते थे।
ASP का बयान
एएसपी ब्रह्मपुरी अंतरिक्ष जैन ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद पांचों आरोपियों को टीपीनगर थाने की हवालात में रखा गया है। पूछताछ के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। जल्द ही इनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए छापेमारी की जाएगी।
जिले में लगातार बढ़ रही मादक पदार्थों की तस्करी
मेरठ सहित वेस्ट यूपी में मादक पदार्थों की तस्करी एक बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद नए-नए तरीकों से गिरोह तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। सब्जियों की आड़ में गांजे की यह खेप तस्करी के पैटर्न को और भी खतरनाक बना देती है।पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह कितने समय से सक्रिय है, और इसके तार किन-किन शहरों औरलोगों से जुड़े हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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