विश्वरंगमंच दिवस पर सप्त दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन 27 को

 


देहरादून: उत्तर नाट्य संस्थान देहरादून द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 27 मार्च को विश्वरंगमंच दिवस के उपलक्ष में सप्त दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन डा० नित्यानन्द हिमालयन शोध केन्द्र सभागार दून विश्वविद्यालय में किया जा रहा है। इस नाट्य समारोह में देहरादून की प्रमुख नाट्य संस्थायें अपनी नाट्य प्रस्तुतियों का मंचन करेगी।प्रथम दिन 27 मार्च को नाट्य प्रस्तुति 'फट जा पंचधर एंव रहोगी तुम वही। सम्भव मंच परिवार की होगी जिसके निर्देशक अभिषेक मैदौला है।

28 मार्च को धाद नाट्य मण्डल की नाट्य प्रस्तुति ताजमहल का टैन्डर, निर्देशक कैलाश कण्डवाल, 29 मार्च को मेघदूत नाट्य संस्था की प्रस्तुति भय बिन होय न प्रीत निर्देशक एस०पी० ममगाई, 30 मार्च को कलामंच नाट्य संस्था - सिहांसन खाली है निर्देशक टीके अग्रवाल 31 मार्च को वातायन नाट्य संस्था की प्रस्तुति गोदान का निर्देशन मंजुल मयंक मिश्रा 01 अप्रैल को रूकमा-रूमेलो (विलियम शेक्सपीयर के नाटक ओथेलो पर आधारित गढ़वाली नाटक) निर्देशन डा० अजीत पंवार एवं 02 अप्रैल को नाटक अन्वेषक का निर्देशन डा० राकेश भट्ट करेगे। दिनांक 1 अप्रैल व 2 अप्रैल की नाट्य प्रस्तुतियां रंगमंच और लोक कला प्रदर्शनी विभाग, दून विश्व विद्यालय की होगी।


उक्त नाट्य समारोह के आयोजन हेतु नाट्य संस्थान को सभागार उपलब्ध कराने हेतु प्रो० सुरेखा डंगवाल जी कुलपति दून विश्वविद्यालय का आभार व धन्यवाद ।नाट्य संस्थान को शहर में हाल उपलब्ध होने के कारण समारोह शहर से बाहर कराना पड़ रहा है। अभी तक संस्थान को सरकार की ओर से कोई भी आर्थिक सहायता इस समारोह हेतु नहीं मिली संस्थान ने मा० मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं निदेशक संस्कृति विभाग को उक्त सम्बन्ध में आर्थिक सहयोग हेतु पत्र प्रेषित किया है। किन्तु कोई भी सन्तोषजनक कार्यवाही नहीं की गई है।

आचार संहिता का बहाना बनाकर टाल दिया गया है। संस्कृति विभाग द्वारा निर्मित दोनो हॉल जो कि निबूवाला में स्थित है और दूसरा बाइपास उनका किराया रंगकर्मी नहीं दे पाते इसलिए ये दोनों हॉल रंगकर्मी किराया पर नहीं ले पाते, अभी रंगकर्मियों द्वारा रंगकर्म एवं सांस्कृतिक नीति के सम्बन्ध में एक ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री को 2 मार्च 2024 को दिया था, लेकिन उस पर कार्यवाही होना मुश्किल ही है।

आज की प्रेस वार्ता में नाट्य संस्थान के अध्यक्ष श्री एस०पी० ममगाई, महासचिव रोशन धस्माना संस्थान के उपाध्यक्ष टी०के० अग्रवाल, पं० उदयशंकर भट्ट, सन्तोष गैरोला, कैलाश कण्डवाल, अभिषेक मैन्दोला, डा० अजीत पंवार, डा० राकेश भट्ट, प्रदीप घिल्डियाल, हरोश भट्टर उत्तम बडूनी आदि उपस्थित थे। रामेन्द्र कोटनाला, नंद किशोर त्रिपाठी

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