दुनिया की बड़ी डकैती,राष्ट्रपति का बेटा था शामिल,रुपये गिनने में थके इंसान

 



आपने जब भी चोरी-डकैती से जुड़ी भारतीय या विदेशी फिल्में देखी होंगी, तो आपके मन में एक ही विचार आया होगा कि अगर हकीकत में ऐसा हो जाए तो क्या होगा? वैसे चोरी-डकैती कोई काल्पनिक जुर्म नहीं है, हकीकत में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस दुनिया की सबसे बड़ी डकैती (Biggest robbery in the world) कौन सी होगी? आज हम आपको उसी डकैती से जुड़ी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था।

हम आपके लिए लेकर आते हैं देश-दुनिया से जुड़ी ऐसी अनोखी जानकारियां जो किसी को भी हैरान कर देती हैं। आज हम बात करेंगे दुनिया की सबसे बड़ी डकैती के बारे में। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा पर किसी ने सवाल किया है कि दुनिया की सबसे बड़ी रॉबरी कौन सी है? (Biggest bank heist) कुछ लोगों ने इसका जवाब दिया है। चलिए आपको बताते हैं कि इसका जवाब क्या है।

मिलिट्री डॉट कॉम वेबसाइट के अनुसार इस दिन दुनिया की सबसे बड़ी चोरी हुई, हालांकि, कुछ लोग इसे चोरी नहीं मानते क्योंकि ये राष्ट्रपति (Saddam Hussein) का अधिकार होता है। कुछ लोग हाथों में एक पर्ची लेकर इराक के सबसे बड़े बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इराक पहुंचे जो बगदाद में मौजूद था। वहां उन लोगों ने बैंक मैनेजर को पर्ची दी, जिसपर लिखा था कि राष्ट्रपति चाहते हैं कि अमेरिकी हमले से पहले देश का पैसा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाए। सद्दाम हुसैन का नाम सुनते ही बैंक कर्मी खौफ में आ गए और उन्होंने तुरंत ही वैसा ही किया।


चोरी हुए 8 हजार करोड़ रुपये

सारा का सारा रुपये तुरंत ही बाहर खड़ी ट्रकों में भरा जाने लगा। पैसे इतने ज्यादा थे कि ट्रक कम पड़ गए। तब कुछ रुपये बैंक में ही चोर छोड़कर चले गए। हैरानी ये है कि ये पूरी चोरी लगभग 5 घंटों तक चली, मगर बिना हथियार के खौफ के पूरी चोरी को अंजाम दे दिया गया। बाद में जब पता लगा कि सद्दाम हुसैन ने ऐसा कोई फरमान नहीं जारी किया गया है,तो सबके होश उड़ गए। जांच हुई तो पता चला कि वो पर्ची लेकर आने वाला शख्स और कोई नहीं, बल्कि सद्दाम का बेटा कुसे हुसैन और उसके साथी थे। बाद में बैंक ने आंकड़े जारी किए, जिससे पता चला कि 8 हजार करोड़ रुपये उस चोरी में गायब हो चुके हैं। कुछ वक्त बाद अमेरिका ने कूसे को भी एक हमले में मार गिराया था। पर इस चोरी का एक बड़ा हिस्सा कभी नहीं मिल पाया।

Sources:News 18

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