उत्तराखंड मौसम: देहरादून में झमाझम बारिश,सहस्रधारा में हुआ जलभराव,राहत.बचाव के लिए एसडीआरएफ रवाना

 


  उत्तराखंड में आज अधिकतर इलाकों में मौसम खराब है और बादल छाए हुए हैं। बुधवार की सुबह देहरादून में तड़के बारिश हुई। सुबह नौ बजे एक बार फिर झमाझम बारिश हुई और फिर बादल छा गए। जिसके बाद सहस्रधारा में जलभराव की सूचना मिली। सूचना पाकर एसडीआरएफ की टीम राहत-बचाव के लिए रवाना हो गई है। वहीं सुबह 11 बजे के बाद देहरादून में मौसम साफ हो गया और धूप खिल आई।सहस्त्रधारा रोड एकता विहार स्थित धरना स्थल पर मंगलवार रात को भारी मात्रा में पानी संग मलबा आने से वहां धरनारत प्रशिक्षित बेरोजगार फार्मासिस्ट एलोपैथिक महासंघ का टेंट बह गया। इस दौरान चार-पांच प्रशिक्षित फार्मासिस्ट को करंट लग गया। जिन्हें देर रात दून अस्पताल में भर्ती कराया गया। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग देवप्रयाग से ऋषिकेश के बीच कई स्थानों में मलबा आने से अवरुद्ध पड़ा है। मंगलवार रात भर हुई तेज बारिश से हाईवे पर कई जगह मलबा आया है। केदारनाथ हाईवे पर यातायात सुचारू है।भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे बुधवार को 12वें दिन भी सुचारू नहीं हो पाया है। अधिकारियों का कहना है कि हाईवे पर टनों मलबा और बोल्डर जमा है। इसे हटाने में अभी दो दिन और लग सकते हैं। वहीं, मौसम खराब होने के कारण नीती घाटी में हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवान पैदल रास्ते पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। वीरभट्टी पर बुधवार को यातायात सुचारू हो गया है। अब मार्ग खुलने के बाद फंसे हुए वाहनों के भेजा जा रहा है। कुमाऊं की लाइफ लाइन ज्योलीकोट-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग में वीरभट्टी के पास आए मलबे को हटाकर मंगलवार को पांचवें दिन बमुश्किल पांच घंटे तक ही यातायात सुचारू हो पाया था। दोबारा मलबा आने से मार्ग में एक बार फिर से यातायात ठप हो गया था। इस कारण पहाड़ की ओर जा रहे बड़े वाहन रास्ते में ही फंस गए थे। दोपहिया वाहन
उत्तरकाशी में बादल छाए हैं। यहां बारिश होने की संभावना बन रही है। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारू है। वहीं ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे बुधवार की सुबह चार बजे से आठ बजे तक नरेंद्रनगर कुंजापुरी के समीप यातायात के लिए बंद हो गया था। बता दें कि मंगलवार बीती रात हुई बारिश के दौरान हाईवे पर कुंजापुरी के
राज्य के नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में अगले 24 घंटे में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इसके अलावा मौसम विज्ञानियों ने नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कुछ स्थानों पर तेज बौछारों के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जतायी है। जहां तक राजधानी दून का सवाल है तो राजधानी में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं इससे पहले मंगलवार को दिनभर देहरादून में बारिश का दौर चल रहा था जो देर रात तक जारी रहा। बीती रात देहरादून में हुई मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नालों का पानी लोगो के घरों व अन्य संस्थानों में घुस गया। इस दौरान आईटी पार्क स्थित राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण बिल्डिंग में बारिश का पानी आने के कारण करीब 12 लोग फंस गए। जिन्हें एसडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित निकाला गया।आईटी पार्क से आमवाला की ओर जाती हुई रोड में चौक पर जलभराव के कारण कुछ वाहन फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित रोड पार करवाई गई। बिंदाल नदी में जलस्तर बढ़ने से जलभराव हो गया। मौके पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची और झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया। वहीं गजवाड़ी और इंद्रानगर में भी नदी का पानी कॉलोनी में घुस गया, हालांकि बाद में जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली।मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्व चेतावनी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी दून से लेकर देहात तक कई दौर की मूसलाधार बारिश हुई। बारिश से राजधानी दून समेत आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जहां राजधानी के के प्रमुख चौराहों दिलाराम चौक, सर्वे चौक, घंटाघर, महाराजा अग्रसेन चौक, कारगी चौक, बुद्धा चौक समेत दर्जनभर बड़े चौराहों पर जलभराव हो गया। वहीं राजधानी के कई इलाकों में नदी-नालों के उफान पर आ जाने से भारी मुसीबत खड़ी हो गई। मानसून ने भले ही जून में दस्तक दी थी मगर अब तक कुमाऊं के कुछ जिलों में पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। जुलाई 2021 में नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर में सामान्य से कम बारिश हुई। बागेश्वर में बदरा झमाझम बरसे। एक अगस्त से 24 अगस्त के बीच चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ में कम बारिश हुई। जुलाई में बागेश्वर जिले में 133 प्रतिशत अधिक बारिश हुई जबकि नैनीताल में 19, चंपावत में 32, पिथौरागढ़ में 25, अल्मोड़ा में 11 और ऊधमसिंह नगर में 18 प्रतिशत बारिश कम हुई। अगस्त में अल्मोड़ा में 41, चंपावत में 67, पिथौरागढ़ में 29, ऊधमसिंह नगर में 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। बागेश्वर में 72 प्रतिशत और नैनीताल में एक प्रतिशत औसत बारिश से अधिक हो चुकी है।

जिला  - जुलाई 2020   -  अगस्त 2020   -  जुलाई 2021    - अगस्त 2021  -जुलाई की औसत बारिश  -  अगस्त की औसत बारिश
नैनीताल -  372.6   -    349.9         -      399.7      -      353.6      -      491.9      -         350.7
चंपावत    -265.9    -   192.3        -       322.4      -       103.7      -     473.2        -       317.3
पिथौरागढ़- 602.9   -   541.1        -       406.1       -      283         -     539.5      -         396.0
अल्मोड़ा  - 217.7   -   239.5         -        241.1     -       131        -       273.3     -        220.2
बागेश्वर    - 708.9    -    812.7      -        635.6       -      379.1     -      273.3     -        220.2
यूएस नगर -460.8 - 307.3        -   309.9      -       205.1             -      378.5     -       266.7
नोट : अगस्त 2021 की बारिश का आंकड़ा 01 अगस्त से 24 अगस्त 2021 तक का है।

मानसून की गति अभी तक सामान्य है। मानसून सितंबर में विदा होता है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होगी। -विक्रम सिंह निदेशक राज्य मौसम विज्ञान केंद्र

Sources: AmarUjala

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