देहरादून: पुलवामा में शहीद हुये मेजर विभूति की पत्नी निकिता बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शामिल
18 फरवरी 2019 को एक सैन्य अभियान में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंढियाल की पत्नी निकिता ढौंढियाल बतौर लेफ्टिनेंट आधिकारिक तौर पर सेना में शामिल हो गईं हैं। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आज 29 मई को आयोजित पीओपी में उन्होंने सेना की वर्दी पहनी।
ANI
@ANI
"Maj Vibhuti Shankar Dhoundiyal made supreme sacrifice at Pulwama in 2019, was awarded SC(P). Today his wife Nitika Kaul dons Indian Army uniform; paying him befitting tribute," tweets PRO Udhampur, Defence Ministry
https://twitter.com/i/status/1398494169497178119
देहरादून निवासी मेजर विभूति ढौंढियाल 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। उनके शहीद होने के बाद उनकी पत्नी निकिता ने पति के सपने को पूरा करने के लिए सेना में जाने का मन बनाया। निकिता ने दिसंबर 2019 में इलाहाबाद में वूमेन एंट्री स्कीम की परीक्षा दी थी। जिसमें वह पास हो गई थीं।
ANI
@ANI
#WATCH | ....I've experienced same journey he has been through. I believe he's always going to be part of my life: Nitika Kaul, wife of Maj Vibhuti Shankar Dhoundiyal who lost his life in 2019 Pulwama attack, at passing out parade at Officers Training Academy in Chennai
https://twitter.com/i/status/1398546132100259846
इसके बाद चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) से निकिता को कॉल लेटर आया। ट्रेनिंग पूरी कर निकिता 29 मई को ओटीए की पासिंग आउट परेड में बतौर लेफ्टिनेंट आधिकारिक रूप से सेना में शामिल हो गईं।
18 अप्रैल 2018 को हुई थी शादी
मेजर विभूति की शादी 18 अप्रैल 2018 को हुई थी। 19 अप्रैल को पहली बार पत्नी निकिता को लेकर वह डंगवाल मार्ग स्थित अपने घर पहुंचे थे। इसके ठीक दस माह बाद मेजर विभूति शहीद हो गए थे।
विभूति के पिता स्व. ओमप्रकाश ढौंडियाल के चार बच्चे थे। इनमें तीन बेटियां और सबसे छोटा बेटा विभूति था। शहीद मेजर विभूति को बचपन से ही सेना में जाने का जुनून था।
कक्षा सात से ही विभूति ने सेना में जाने की कोशिशें शुरू कर दी थीं। जब वे सातवीं कक्षा में थे तब उन्होंने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में भर्ती की परीक्षा दी। लेकिन चयन नहीं हुआ।
12वीं में एनडीए की परीक्षा दी। लेकिन चयन नहीं हुआ। ग्रेजुएशन के बाद उनका चयन हुआ और ओटीए चेन्नई में प्रशिक्षण हासिल किया। वर्ष 2012 में पासआउट होकर उन्होंने कमीशन प्राप्त किया।
Source:Amarujala
टिप्पणियाँ