उर्स-2020 पिरान कलियर में आज हजरत गौस पाक रहमतुल्लाह अलैहि की मनाई जाएगी छोटी रोशनी , उमड़ेंगे जायरीन


साबिर पाक के 752वें सालाना उर्स में आज हजरत गौस पाक रहमतुल्लाह अलैहि की छोटी रोशनी मनाई जाएगी। इस रस्म में बड़ी संख्या में जायरीनों के पहुंचने की संभावना है। छोटी रोशनी मनाने के लिए अकीदतमंद साबिर पाक की दरगाह पर मत्था टेककर मन्नतें मांगेंगे। जायरीनों के लिए छोटी रोशनी का विशेष महत्व है।


बताया जाता है कि हजरत गौस पाक का नाम अब्दुल कादिर जीलानी भी हैं। उनका जन्म इराक के जीलान में हुआ था। तालीम हासिल करने के बाद वह जीलान चले गए और वहीं पर बड़े होकर बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। हजरत साबिर पाक उनकी चौथी पीढ़ी में से थे, जोकि उनके परपोते हैं।
गौस पाक के 11 नाम होने के कारण उनके इस्लामी कैलेंडर के अनुसार हर माह की 11 तारीख को 11वीं शरीफ मनाई जाती है। साबिर पाक के उर्स के मौके पर 11 रबीउल अव्वल को गौस पाक रहमतुल्लाह अलैहि की छोटी रोशनी की रस्म अदा की जाएगी। छोटी रोशनी रस्म में सज्जादा नशीन शाह मंसूर ऐजाज साबरी एवं शाह अली ऐजाज साबरी सहित आदि अकीदतमंद शिरकत करेंगे।
सालाना उर्स में बढ़ने लगी है रौनक
साबिर पाक के सालाना उर्स में रौनक बढ़ने लगी है। उर्स अपनी रंग पर पहुंचता जा रहा है। दुकानदारों ने साबिर पाक के उर्स में दरगाह में पेश होने वाली चादरें, फूल, इलायची दाना, सोहन हलवा आदि की दुकानें सजानी शुरू कर दी है।


दुकानदार अपनी दुकानों में जायरीनों को आकर्षित करने के लिए उन्हें नई चादरों और खूबसूरत गुलाब के फूलों से सजा रहे हैं।  वैसे तो फूल, चादर, इलायची दाना एवं सोहन हलवा बेचने का ठेका दरगाह से ठेकेदार नीलामी में छुड़ाते हैं।


ठेकेदार ही चादर और फूल बेच सकते हैं, लेकिन उर्स के दौरान चांद की एक तारीख से 20 तारीख तक कोई भी चादर, फूल एवं इलायची दाना बेच सकता है। उर्स में जगह-जगह चादर फूल की दुकानें सजने लगी हैं। जायरीन दुकानदारों से चादरें, फूल, अगरबत्ती दुकानों से लेकर दरगाह में पेश कर रहे हैं।


Source:AmarUjala


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