Unlock: स्कूल खोलने के साथ ऑनलाइन पढाई के विरोध में निजी स्कूल


स्कूलों को खोलने के साथ साथ ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रखने की व्यवस्था से प्राइवेट स्कूल सहमत नहीं है। प्रिंसिपल प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन (पीपीएसए) ने दो टूक कहा है कि सरकार केवल एक ही व्यवस्था रखे। या तो स्कूल पूरी तरह से खोले जाएं अथवा स्कूल बंद रखकर केवल ऑनलाइन मोड में पढृाई कराई जाए।


इस बाबत शिक्षा सचिव आर मीनाक्षीसुदंरम को ज्ञापन भी दे दिया गया है। बुधवार को शिक्षा सचिव प्राइवेट स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन संवाद करेंगे। पीपीएसए के अध्यक्ष प्रेम कश्यप ने कहा कि सरकार दोनों विकल्प को जारी रखने को कह रही है। पर, यह मुमकिन ही नहीं है। शिक्षक पहले तो छह घंटे स्कूल में पढृाई कराएं।


इसके बाद तीन घंटे ऑनलाइन पढृाई भी कराएं। यह कैसे मुमकिन है? पीपीएसए ने सरकार को 13 विभिन्न बिंदुओं पर सुझाव दिए हैं। इसमें सरकार से मांग की कि गई है कि शिक्षकों को भी कोरोना वारियर घोषित करते हुए सभी मान्य सुरक्षा और सुविधाएं दी जाएं। प्राइवेट स्कूलों की समस्याओं और मांगों पर शिक्षा सचिव बुधवार से वार्ता का दौर शुरू करेंगे। बुधवार को पीपीएसए के प्रतिनिधियों से बातचीत की जाएगी।


गुरूवार को बोर्डिंग स्कूलों के साथ सचिव वार्ता करेंगे। नौ अक्तूबर को नैनीताल और यूएसनगर के पब्लिक और बोर्डिंग स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने अनलॉक 5 की एसओपी जारी करते हुए15 अक्तूबर से स्कूल खोलने की रियायत दी है। लेकिन यह भी कहा कि छात्र अभिभावक की अनुमति  से ही स्कूल आ सकते हैं। जो छात्र ऑनलाइन मोड में पढ़़ना चाहते हैं, स्कूलों को उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा देनी होगी। प्राइवेट स्कूल इस व्यवस्था से सहमत नहीं है।


बंदी की कगार पर आ रहे स्कूल
पीपीएसए के अध्यक्ष प्रेम कश्यप ने कहा कि कोरोना की वजह से प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों के सामने बडृा आर्थिक संकट आ चुका है। यदि हालात जल्द सामान्य न हुए तो प्रदेश करीब 40 स्कूल तो बंद भी हो सकते हैं। धीरे धीरे ये संख्या बढ़ रही है।


Source: Hindustan samachar  News


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