राजाजी पार्क में सिमट गया टिहरी के गुलदार का दायरा, रेडिया कॉलर की लोकेशन से सामने आई जानकारी



नरेंद्रनगर में वन विभाग के पिंजरे में कैद गुलदार हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगल में सिमट कर रहा गया है। गुलदार के व्यवहार की जानकारी के लिए वन विभाग ने गुलदार को रेडियो कॉलर लगाया है।




 


नई टिहरी /  नरेंद्रनगर में वन विभाग के पिंजरे में कैद गुलदार (तेंदुए) हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगल में सिमट कर रहा गया है। गुलदार के व्यवहार की जानकारी के लिए वन विभाग ने गुलदार को रेडियो कॉलर लगाया है। रेडियो कॉलर की लोकेशन से पता चला है कि 19 अक्टूबर के बाद से अभी तक गुलदार महज पांच सौ मीटर के दायरे में घूम रहा है। जबकि पहाड़ में गुलदार आसानी से 50 किमी के क्षेत्र में अपनी टैरेटरी बना लेता है।


टिहरी जिले के नरेंद्रनगर के सल्डोगी गांव से 19 अक्टूबर को वन विभाग ने गुलदार को पिंजरे में कैद किया था। सल्डोगी गांव में 12 अक्टूबर को गुलदार ने एक सात साल की बच्ची को अपना निवाला बना दिया था। जिसके बाद वन विभाग ने वहां पर पिंजरा लगाया था। उसके कुछ दिन बाद वन विभाग के शूटर ने कसमोली गांव में एक गुलदार को ढेर भी कर दिया था और 19 अक्टूबर को एक गुलदार पिंजरे में फंस गया था।



 

इस मामले में वन विभाग ने इस गुलदार को रेडियो कॉलर लगाकर राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों में छोड़ दिया था। अब रेडियो कॉलर की सैटेलाइट लोकेशन से पता चला है कि पिछले पांच दिनों से गुलदार 500 मीटर के दायरे में ही घूम रहा है। गुलदार वहां पर अभ्यस्त नहीं हो पा रहा है, जबकि पहाड़ों में गुलदार का क्षेत्र पचास किमी के दायरे में होता है। 


नरेंद्रनगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी डीएस मीणा ने बताया कि गुलदार के व्यवहार के अध्ययन के लिए उसे रेडियो कॉलर लगाया गया है। अभी गुलदार वहां पर ज्यादा नहीं घूम रहा है। हालांकि कुछ दिन और और तस्वीर साफ होगी कि गुलदार के व्यवहार में क्या परिवर्तन आ रहा है।


Source:Jagran Samachar



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