सेवा व सुरक्षा की नजीर- डॉक्टर सबा खान


अर्जुन सिंह भंडारी*


देहरादून-:


 


विश्वव्यापी कोरोना महामारी के भारत में हमले के बाद जो सभी लोगो के लिए फरिश्ते बन कर सामने आए वो है हमारे कोरोना वॉरियर्स यानी हमारे डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ व सुरक्षा कर्मी। इनके द्वारा आम जन मानस के जीवन को बचाने के लिए किये जा रहे निरंतर प्रयास से हर इंसान कोरोना जैसी महामारी से सुरक्षित है। हमारे स्वास्थ्य कर्मी दिन रात फ्रंटलाइन में एक योद्धा की तरह हर दिन कोरोना से जंग लड़ रहे है। यह जंग कोई गोली बारूद की जंग नहीं है बल्कि एक छोटे से वायरस से जंग है। हमारे डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ व पुलिस कर्मी दिन रात काम कर रहे है ताकि हम लोग सुरक्षित रह सके। जिस तरह हमारे जवान बॉर्डर पर तैनात रह कर बाहरी दुश्मनों से हमारी हिफाज़त करते है उसी तरह कोरोना जैसे भीतरी दुश्मन से लड़ने के लिए हमारे स्वास्थ्य कर्मी व सुरक्षा कर्मी लगातार अपना फर्ज निभा रहे है। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इस जंग में जितना कम जनता की सेवा व सुरक्षा को अपना फर्ज निभाया गया।ऐसे ही एक कोरोना वारियर्स है कैलाश अस्पताल की आपातकालीन सेवा की डिपार्टमेंट हेड व सी0 एम0ओ0डॉ सबा खान जिन्होंने इस जंग में न सिर्फ आम जनता के जीवन को सुरक्षा प्रदान की बल्कि उन्होंने इस जंग के फ्रंट फुट वारियर्स ,हमारे सुरक्षाकर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता पर लेते हुए उनकी सुरक्षा के लिए निरंतर कर रही है।


 


कोरोना के खिलाफ जंग में दून पुलिस के हर एक सुरक्षाकर्मी ने हर पहर हर मोर्चे पर आम जनता की सुरक्षा में दिन रात अपनी तैनाती दी। इस जंग में संक्रमण की बढ़ती दस्तक के चलते पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अरुण मोहन जोशी द्वारा अपने सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य के हिफाजत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व फर्ज दिखाते हुए कैलाश अस्पताल के निदेशक पवन शर्मा से अपने सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु एक स्वास्थ्य जांच अभियान शुरू करने को कहा। कैलाश अस्पताल निदेशक द्वारा अभियान के लिए कोरोना में लगातार आम जनता की सेवा में लगी सी0एम0ओ0 व इमरजेंसी सेवा की डिपार्टमेंट हेड डॉ सबा खान को इस अभियान की जिम्मेदारी सौपीं,जिसमे उनके द्वारा इस अभियान की शुरूआत 16 अप्रैल को रायपुर रोड स्थित फुव्वारा चौक पर तैनात पुलिस अधीक्षक सिटी श्वेता चौबे,क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी व उनकी टीम के स्वास्थ्य परीक्षण से किया। उसके बाद उनका यह क्रम हर दिन चलता रहा।उनके द्वारा हर दिन सभी थाना,थाना अंतर्गत पुलिस चौकी,चेकपोस्ट,बेरिकेडिंग्स सभी जगह तैनात हर सुरक्षाकर्मी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमे उनके द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग,ब्लड प्रेशर,दवाई संबंधी,शुगर लेवल,सामान्य दवाई संबंधी परीक्षण व जानकारी सभी पुलिस कर्मियों से साझा किये। उनके द्वारा इस स्वास्थ्य परीक्षण अभियान के तहत फुव्वारा चौक से शुरुआत के बाद,महिंद्रा चौक, रिस्पना, रायपुर, राजपुर, घण्टाघर,डालनवाला थानाक्षेत्र के थाना,चौकी व चेकपोस्ट से लेकर सड़क व्यवस्था में तैनात सभी पुलिस कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमे उनके द्वारा पुलिसकर्मियों के द्वारा ड्यूटी के दौरान संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों को बारीकी से साझा भी किया गया।उनके द्वारा इस दौरान सी0पी0यू0 कर्मी व सिविल डिफेंसकर्मियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।


डॉ सबा खान द्वारा सभी पुलिस कर्मियों के सफल स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात पुलिस अधीक्षक सिटी श्वेता चौबे द्वारा उनके द्वारा देहरादून के तकरीबन 150 पत्रकारों की भी स्क्रीनिंग की बात कही गई जिसके बाद उनके द्वारा अपनी टीम के साथ घण्टाघर पर सभी पत्रकारों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उस दौरान उनके द्वारा कुछ पत्रकारों को कोरोना काल में बेहतर स्वास्थ्य हेतु उपचार किया गया,दवाई सुझाव व बदलाव को लेकर जानकारी साझा की गयी।डॉ सबा खान द्वारा इस कार्य को पुलिसकर्मियों से लेकर पत्रकार जगत में भी वृहद स्तर पर सराहा गया जिसको प्रमाणित करने को यह जानना भर काफी है कि उनके द्वारा स्वास्थ्य व जानकारी को जानने के लिए आज भी कई पुलिस कर्मी व पत्रकार उनसे फ़ोन के माध्यम से सुझाव ले रहे है।


 


डॉ सबा खान द्वारा कोरोना से जंग में कैलाश अस्पताल में भी अपने स्तर पर सुरक्षा स्तर पर वृहद तैयारी की।उनके द्वारा अस्पताल परिसर में बाहर से आने वाले लोगों के लिए फ्लू कार्नर बनाया जहां किसी भी व्यक्ति द्वारा अस्पताल के मुख्य परिसर में परीक्षण अधिकारी द्वारा प्रवेश से पूर्व जांच प्रक्रिया व फॉर्म में उनकी अपनी सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित की जाती है जो उनकी सुरक्षा व प्रशासन स्तर पर भी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रही है।उनके द्वारा कैलाश अस्पताल में बनाया गया यह फ्लू कॉर्नर जिले के किसी भी अस्पताल में बनाया गया अपनी तरह का पहला सेन्टर है जिसकी निगरानी स्वयं डॉ सबा द्वारा की जा रही है। चूंकि यह संक्रमण का असर बच्चों व बूढों में सबसे ज़्यादा असर दिखा रहा है जिस वजह से डॉ सबा द्वारा अस्पताल में मरीजों के साथ आये उनके परिजनों को कॉउंसलिंग के जरिये इस बीमारी के इसके बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे भयानक संक्रमण के दौर में आम जनता को जरूरत है कि वह स्वयं के बचाव को लेकर स्वयं अपनी जिम्मेदारी समझे, और स्वयं जागरूक होकर इस जंग में सबका साथ दे। उन्होंने कहा कि इस जंग में वह सुरक्षाकर्मी व पत्रकार समूह के द्वारा किये जा रहे कार्यों का सम्मान करती है। संक्रमण के दौर में जहां सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान के परवाह किये बगैर आम जनता के बीच जाकर उनके प्रति सेवा व सुरक्षा व पत्रकारों ने हर खबर पर शहरवासियों में जागरूकता फैलाने को लेकर कार्य किया है उसके लिए वह इन कोरोना वारियर्स का कार्य काबिल-ए-गौर व सम्मानीय है। उनके द्वारा शहर पुलिस कर्मियों के लिए “मेरी पुलिस,मेरा गुरुर” शीर्षक एक कविता भी लिखी गयी है जिसको पुलिस विभाग द्वारा निरंतर प्रशंसा मिल रही है। वहीं उन्होंने मीडियाकर्मियों की प्रशंसा में भी लेख लिखा है।


 


उनके द्वारा अस्पताल में संक्रमण बचाव को लेकर अपनी टीम के साथ लगातार कार्य किया जा रहा है वहीं अस्पताल के अपने सहयोगियों व अपने अधीनस्थ कर्मियों की सुरक्षा के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए बेहतर सुरक्षा नियम प्रयोग में लाये जा रहे है जिसके चलते अस्पताल स्वास्थ्य कर्मियों को भी इस संक्रमण से बचाव में सहायता मिल रही है।


डॉ सबा खान व उनकी टीम द्वारा कोरोना काल में आम जनता से लेकर दूसरे कोरोना वारियर्स की सुरक्षा के प्रति अपने फर्ज को निभाने को लेकर निभाई जा रही भूमिका उनको स्वास्थ्य क्षेत्र में औरों के लिए भी नज़ीर बनाती है और इस संकट में खुद घिरने के बाद भी आम जनता की सेवा में निरंतर प्रयासरत कई स्वास्थ्य कर्मियों के हौसले को देख सभी में यह उम्मीद बंधती है कि देर-सवेर भारत कोरोना से जंग में सफलता हासिल करने में जरूर कामयाब होगा।


 



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