दिल्ली हिंसा- दंगों के दौरान 79 घर और 327 दुकानें राख 

 






नई दिल्ली/ दिल्ली सरकार ने दंगों में हुए जान-माल के नुकसान का आकलन कर लिया है। दंगों के दौरान 79 घर और 327 दुकानें राख हो गईं। 168 मकानों में भारी आगजनी हुई। अब तक 41 मृतकों की पहचान हो गई है, जबकि 422 घायलों का दिल्ली के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। सरकार ने दंगा पीड़ितों को करीब 25 लाख रुपये तात्कालिक मदद मुहैया कराई है।वार्ता में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि सरकार ने दंगा प्रभावित क्षेत्र में 18 एसडीएम व रात में चार अतिरिक्त मजिस्ट्रेट तैनात किए थे। दोनों जिलों में अधिकारियों ने बारीकी से मुआयना किया है। जिन घरों में ताले लगे हैं, वहां पड़ोसियों की मदद से संपर्क की कोशिश चल रही है। दंगे के नुकसान का आकलन कमोबेश कर लिया गया है। सोमवार शाम तक की रिपोर्ट के मुताबिक, दंगे से 79 घर राख हो गए। 168 घरों में भारी आगजनी हुई, जबकि 40 में मामूली नुकसान हुआ है। सर्वे का काम अभी जारी है। अभी पीड़ितों की लिस्ट में नए नाम जुड़ सकते हैं। पीड़ितों का तात्कालिक मदद के तौर पर 25,000 रुपये दिए जा रहे हैं। सोमवार शाम तक 25 लाख रुपये की मदद दे दी गई है। इसका ज्यादातर हिस्सा उत्तर पूर्वी जिले में दिया गया है।मनीष सिसोदिया ने बताया कि बच्चों व अभिभावकों में भरोसा जगाने के लिए बुधवार व बृहस्पतिवार को पीटीएम बुलाई गई है। दोनों जिलों के सुबह और सामान्य शिफ्ट के स्कूलों की पीटीएम बुधवार शाम 2ः30 बजे से 4ः30 बजे तक होगी। शाम की शिफ्ट के स्कूलों की पीटीएम बृहस्पतिवार को 2ः30-4ः30 बजे के बीच होगी। पीटीएम में स्कूल के सभी बच्चों, शिक्षकों व अभिभावकों को बुलाया जा रहा है। इस दौरान बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी। पीटीएम में वे खुद भी मौजूद रहेंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिन बच्चों ने अपनी किताबें और पढ़ाई का सामान दंगों में खो दिया है, उन्हें दिल्ली सरकार स्टडी मटेरियल मुहैया कराएगी। सरकार ने 7 मार्च तक की गृह परीक्षाएं टाल दी हैं।


 


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