शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के निर्देश,नए सत्र में समान ड्रेस में नजर आएंगे सरकारी स्कूलों के बच्चे



देहरादून/नए शिक्षा सत्र से सरकारी स्कूलों के बच्चे एक समान ड्रेस में नजर आएंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शुक्रवार को सचिवालय में हुई विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को सरकार की ओर से ड्रेस की धनराशि दी जाती है। प्रदेश में एक से आठवीं तक छह लाख 68 हजार बच्चे अध्ययनरत हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों के अब वर्षभर प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं होंगे। शिक्षकों को एन.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से केवल मई और जून महीने में प्रशिक्षण दिया जाएगा। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसे देखते हुए सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है। ऑडियो प्रकरण के बाद स्कूलों की मान्यता को लेकर शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि एक से आठवीं तक के स्कूलों को जिला स्तर से मान्यता दी जाती है। इसमें तीन महीने का समय लगता है, लेकिन अब अधिकारियों को दो महीने के भीतर मानक पूरा करने वाले स्कूलों को मान्यता देनी होगी।ऐसा न करने पर स्कूल की स्वतः ही मान्यता मान ली जाएगी। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि जनपदों में कितने स्कूलों की मान्यता लंबित है। विभागीय अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर इसकी रिपोर्ट देने को कहा गया है। जो स्कूल बगैर मान्यता के चल रहे हैं उन स्कूलों के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि इस पर संबंधित जनपदों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर पीआरडी के माध्यम से 658 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रखे जाएंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को इसका शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के केवल सृजित पदों पर ही इनकी नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि माल्डा श्रीकोट देवप्रयाग जिला टिहरी से एनसीसी एकेडमी को पौड़ी शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि माल्डा में एकेडम के लिए जमीन नहीं मिल पाई थी। मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए इसे टिहरी से पौड़ी शिफ्ट किया जाएगा। बैठक में सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों को एनओसी दिए जाने, एससीईआरटी के ढांचे और समग्र शिक्षा अभियान के तहत होने वाले कार्यों की भी समीक्षा की गई। 


टिप्पणियाँ