आयोग ने अचानक क्यों रोक दी अहम जानकारी : खरगे


 

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने  भारत निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग ‘‘वोट चोरी के लिए भाजपा का बैक-ऑफिस’’ बन गया है। खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि 2023 के कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस ने अलंद निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश का खुलासा किया था। उनका आरोप है कि प्रपत्र संख्या-सात में फर्जीवाड़ा कर हजारों मतदाताओं को उनके मताधिकार से वंचित कर दिया गया।

खरगे ने दावा किया कि फरवरी 2023 में दर्ज मामले की जांच के दौरान 5,994 जाली आवेदनों का खुलासा हुआ था। इसे उन्होंने मतदाता धोखाधड़ी के बड़े पैमाने पर प्रयास का स्पष्ट प्रमाण बताया। उनके अनुसार, इसके बाद कांग्रेस सरकार ने दोषियों को पकड़ने के लिए सीआईडी जांच के आदेश दिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पहले निर्वाचन आयोग ने जांच के लिए कुछ दस्तावेज साझा किए थे, लेकिन अब उसने महत्वपूर्ण जानकारी को रोक लिया है। खरगे ने सवाल उठाया कि आखिर अचानक सबूत क्यों छिपाए जा रहे हैं और यह किसे बचाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि क्या आयोग भाजपा के दबाव में आकर सीआईडी जांच को पटरी से उतारने का प्रयास कर रहा है।

लोकतांत्रिक अधिकारों के महत्व पर जोर देते हुए खरगे ने कहा कि हर नागरिक के मतदान के अधिकार की रक्षा होना जरूरी है और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता।

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