बिहार SIR और चुनावी धांधली के आरोप पर विपक्ष का संसद से चुनाव आयोग तक मार्च

 


नई दिल्ली : लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी सांसदों ने सोमवार को संसद भवन के मकर द्वार से दिल्ली स्थित निर्वाचन सदन (चुनाव आयोग मुख्यालय) तक मार्च निकाला। यह मार्च सुबह 11:30 बजे शुरू होकर ट्रांसपोर्ट भवन होते हुए आगे बढ़ा, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसे आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस ने बताया कि इंडिया ब्लॉक द्वारा आयोजित इस मार्च के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।

यह विरोध प्रदर्शन बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान कथित "मतदाता धोखाधड़ी" के खिलाफ था। संसद में भी इस मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।

मार्च से पहले संसद के मकर द्वार पर विपक्षी सांसद इकट्ठा हुए। परिवहन भवन के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी और बैरिकेड्स लगाए गए थे।

आरजेडी सांसद मनोज झा ने चुनाव आयोग पर वर्गीकृत डेटा न देने और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी का आरोप लगाया। समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनावों में वोट चोरी और बूथ कैप्चरिंग हुई, लेकिन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई।

वहीं, भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर संसद की कार्यवाही बाधित करने और “तमाशा मार्च” निकालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसे मार्च से विपक्ष को जनता से सिर्फ निराशा ही मिलेगी।

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