राज्य में शांति बहाली की दिशा में बड़ी कामयाबी
मणिपुर में हाल के समय में अस्थिरता और जातीय तनाव की पृष्ठभूमि में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। इंफाल घाटी के पांच जिलों में चलाए गए एक समन्वित अभियान के तहत सुरक्षाबलों ने 300 से अधिक राइफलों सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं। यह अभियान शुक्रवार और शनिवार की मध्यरात्रि को खुफिया सूचनाओं के आधार पर मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और सेना की संयुक्त टीमों द्वारा संचालित किया गया।
अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई एक गहन और योजनाबद्ध खुफिया प्रयास का परिणाम है, जिसका उद्देश्य राज्य में चल रही हिंसा और अवैध हथियारों की मौजूदगी को नियंत्रित करना था। इंफाल घाटी के संवेदनशील और तनावग्रस्त जिलों में एक साथ कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। इन प्रयासों में बड़ी संख्या में आधुनिक और उन्नत हथियार बरामद किए गए हैं, जिनमें कई ऐसे भी शामिल हैं जो केवल सुरक्षाबलों द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
जब्त किए गए हथियारों की सूची बेहद चौंकाने वाली है। इसमें 151 सेल्फ-लोडिंग राइफल्स (SLR), 65 इंसास राइफल्स, 73 अन्य प्रकार की राइफल्स, 5 कार्बाइन, 2 एमपी5 सब-मशीन गन, 12 हल्की मशीन गन, AK-सीरीज की 6 राइफल्स, 2 अमोघ राइफल्स, एक मोर्टार, 6 पिस्तौल, एक AR-15 राइफल और 2 फ्लेयर गन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त बड़ी मात्रा में कारतूस, मैगजीन और ग्रेनेड भी बरामद किए गए हैं, जो आने वाले समय में किसी बड़ी हिंसा को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते थे।
यह कार्रवाई राज्य में अवैध हथियारों की बढ़ती समस्या को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की गंभीरता को दर्शाती है। मणिपुर पिछले कुछ महीनों से जातीय संघर्ष, विद्रोही गतिविधियों और कानून-व्यवस्था की गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। इस दौरान हथियारबंद समूहों की सक्रियता और आम नागरिकों के पास अत्याधुनिक हथियारों की उपलब्धता ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया था।
सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन केवल शुरुआत है और आने वाले दिनों में मणिपुर के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों का मानना है कि अभी भी राज्य में बड़ी संख्या में हथियार छिपाकर रखे गए हैं, जिन्हें समय रहते बरामद करना बेहद जरूरी है।
सुरक्षा विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की बड़ी मात्रा में हथियारों की बरामदगी न केवल सुरक्षाबलों की एक बड़ी जीत है, बल्कि यह राज्य में कानून व्यवस्था की बहाली की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अब राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने को लेकर पूरी तरह संकल्पित हैं।
सरकार ने इस अभियान को "राष्ट्र सुरक्षा और आंतरिक शांति बहाली के लिए जरूरी कदम" बताया है। साथ ही आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि यदि उनके पास किसी भी प्रकार की अवैध हथियारों की सूचना है तो वे तुरंत स्थानीय प्रशासन या पुलिस को सूचित करें।
इस अभियान से यह स्पष्ट हो गया है कि सुरक्षाबलों ने अब मणिपुर में शांति व्यवस्था को बहाल करने के लिए व्यापक स्तर पर रणनीतिक कार्रवाई शुरू कर दी है। आने वाले समय में ऐसे और भी अभियान चलाकर राज्य को हिंसा और हथियारों के जाल से मुक्त कराने की कोशिश की जाएगी।
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