कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने किसानों से किया संवाद, समस्याओं का लिया संज्ञान
पौड़ी : भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से संचालित विकसित कृषि संकल्प अभियान खरीफ-2025 के तहत बीरोंखाल ब्लॉक मुख्यालय में मंगलवार को एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि मंत्रालय के उप सचिव (विस्तार) अनूप सिंह बिष्ट, उप निदेशक श्रीमती एस. भानमती और क्षेत्रीय गृह अर्थशास्त्री श्री जिस्नु के. जे. ने भाग लिया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद किसानों से संवाद स्थापित करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान किया और योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की गई और वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरूकता फैलाई गई। अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाकर किसानों की आय में वृद्धि करना, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना और जलवायु अनुकूल खेती को प्रोत्साहित करना है।
उप सचिव अनूप बिष्ट ने कहा कि देशभर में किसानों को आईसीएआर की रिसर्च का लाभ मिल सके, इसके लिए सरकार सीधे जनता से संवाद स्थापित कर रही है। उन्होंने फार्मर्स प्रोड्यूस ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) के गठन पर बल दिया, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य और सरकारी अनुदान आसानी से प्राप्त हो सके।
उप निदेशक एस. भानमती ने किसानों से कहा कि लाभकारी फसलों की खेती करें और सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। वहीं श्री जिस्नु के. जे. ने कहा कि सरकार "आत्मा" परियोजना के तहत किसानों को प्रशिक्षण देकर उनकी आय बढ़ाने का कार्य कर रही है।
इस अवसर पर किसानों ने अधिकारियों के समक्ष कई समस्याएं रखीं, जिनमें चकबंदी लागू करने की मांग, कृषि उपकरणों की खरीद में आने वाली समस्याएं, नर्सरी की अनुपलब्धता, प्रशिक्षण की सुविधा भरसार विश्वविद्यालय में उपलब्ध कराने की मांग और सब्सिडी भुगतान में हो रही देरी प्रमुख रही।
कार्यक्रम में रिटायर्ड अनु सचिव कृषि डी. पोनी, विधायक प्रतिनिधि ओमपाल सिंह बिष्ट, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. योगेश रुवाली, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उमेश कंडवाल, उद्यान विभाग से आनंद सिंह रावत, कृषि विभाग से विनोद कुमार और कई प्रगतिशील किसान एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।
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