अब स्ट्रीट डॉग्स भी असुरक्षित,बिक रहा खून, मेनका गांधी की शिकायत पर FIR

 


बरेली: सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का खून निकालकर मोटे दाम पर बेचने वाले गिरोह के सदस्य के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इससे पहले कोतवाली में दोनों पक्ष जुटे और आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के धीरज पाठक, विक्रांत यादव, विकेंद्र शर्मा और मर्सी फॉर ऑल सोसायटी की शालिनी अग्रवाल ने बताया कि कई दिनों से ऐसे गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी जो सड़क पर घूमने वाले कुत्तों का खून निकाल रहा है और मोटे दाम पर उसे बेच रहा है।

कई लोगों ने पशु प्रेमियों को बताया कि कोतवाली के आलमगीरीगंज घी मंडी निवासी वैभव शर्मा और उसके साथी यह काम कर रहे हैं। इसके बाद कोतवाली पहुंचकर शिकायत की। इससे पहले सांसद मेनका गांधी ने पुलिस अधिकारियों को कॉल करके शिकायत की थी। कोतवाली में दोनों पक्षों के साथ ही नगर निगम की कुत्ता पकड़ने वाली टीम बुलाई गई। यहां तीखी बहस के बाद भी नतीजा नहीं निकला तो वैभव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

पीएफए सदस्यों ने आरोप लगाया कि वैभव शर्मा नगर निगम में कुत्तों की नसबंदी करने वाली एक संस्था के साथ काम कर चुका है, इसलिए वैभव आसानी से सड़क पर घूमने वाले कुत्तों को पकड़ लेता है। रसूखदारों को जब उनके कुत्ते के लिए जरूरत पड़ती है तो वह वैभव से संपर्क करते हैं। इसके काम के लिए वैभव पांच से दस हजार रुपये लेता है। वैभव का कहना था कि आरोप बिल्कुल निराधार हैं। वह लोगों की शिकायत पर कुत्ता पकड़ने और उनकी देखभाल का काम जरूर करते हैं। कोतवाल डीके शर्मा ने बताया कि आरोपों की जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

साभार: अमर उजाला

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