सलाइन वाटर में जहर,यूट्यूब से सीखा तरीका,दिल दहला देगी कत्ल की साजिश

 


जुर्म की ये दास्तां महाराष्ट्र के अमरावती जिले की है। अमरावती के मोर्शी शहर का एक इलाका है शिवाजी नगर। जहां पिछले कुछ दिनों से बंद पड़े एक मकान से तेज बदबू आ रही थी। धीरे-धीरे हालात ऐसे बन गए कि आस-पास लोगों का जीना भी मुश्किल होने लगा। पहले लोगों को नजदीक ही किसी जानवर के मरने का शक हुआ, लेकिन जब लोगों को यकीन हो गया कि बदबू एक मकान से ही आ रही है, तो उन्हें किसी अनहोनी का डर सताने लगा।


पुलिस तक ऐसे पहुंची शिकायत

आस-पड़ोस के लोगों ने मकान से आती इस बदबू की खबर उस परिवार के नागपुर में रहने वाले रिश्तेदारों को दी। लेकिन जब रिश्तेदारों ने वहां रहने वाली नीलिमा कापसे और उसके बेटे आयुष कापसे को फोन किया, तो दोनों ने ही फोन नहीं उठाया। इस पर रिश्तेदारों की चिंता और बढ़ गई और वो फौरन मोर्शी पहुंचे। इसके बाद जब उन्हें यकीन हो गया कि बदबू उन्हीं के रिश्तेदार से मकान से आ रही है, तो उन्होंने पुलिस को फोन किया।

रिश्तेदारों की शिकायत के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आखिरकार मकान का दरवाजा तोड़ दिया। लेकिन दरवाजा खुलते ही लोगों के लिए वहां टिकना मुश्किल होने लगा। बदबू और तेज हो गई। पुलिस जब रिश्तेदारों के साथ मकान के अंदर गई, तो उन्होंने देखा कि कमरे में रखे बेड से खून टपक रहा था। इसके बाद पुलिस ने जब बेड खोला, तो सामने जो तस्वीरें थीं, उन्हें देखना भी मुश्किल था। अंदर दो लाशें ठुसी पड़ी थीं। एक महिला की, जबकि एक लड़के की। लाशों की हालत ऐसी थी कि उन्हें देखकर पहचान पाना भी मुश्किल था। क्योंकि वो सड़कर बुरी तरह खराब हो चुकी थीं। हालांकि रिश्तेदारों ने मरने वाले दोनों लोगों की पहचान 45 साल की नीलिमा कापसे और उसके 22 साल के बेटे आयुष कापसे के तौर पर की।

घर से गायब था बड़ा बेटा

लेकिन हैरानी की बात ये थी कि बंद मकान में मां-बेटे की लाश कई दिनों से पड़े-पड़े सड़ रही थीं और घर का बड़ा बेटा ना सिर्फ गायब था, बल्कि उसका मोबाइल फोन भी स्विच्ड ऑफ था। इसके दो ही मतलब हो सकते थे। या तो घर का बड़ा बेटा भी किसी साजिश का शिकार हो गया हो या फिर दो-दो कत्ल की इस वारदात के पीछे उसी का हाथ हो। लेकिन इस कहानी पर से पर्दा तभी उठ सकता था, जब पुलिस घर के बड़े बेटे तक पहुंचने में कामयाब हो पाती।

हैदराबाद में मिली बड़े बेटे सौरभ की लोकेशन

हालांकि इसके बाद मोर्शी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और जल्द ही ये पता लगाने में कामयाब हो गई कि घर का बड़ा बेटा सौरभ कापसे इस वक्त कहां है। पुलिस को उसकी लोकेशन हैदराबाद में मिली। पुलिस को शक तो उस पर था ही, लिहाजा पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सौरभ ने इस डबल मर्डर के पीछे एक ऐसी कहानी सुनाई, जिस पर पुलिसवालों के लिए भी यकीन करना मुश्किल हो गया।

डबल मर्डर के पीछे खौफनाक साजिश

सौरभ ने खुद कत्ल की बात तो कबूल की ही, साथ ही ये बताया कि उसे शक था कि उसकी मां के रिश्ते किसी और शख्स के साथ हैं, जिसके चलते उसने अपनी मां की जान ली और राज खुलने के डर से उसने अपने छोटे भाई को भी जिंदा नहीं छोड़ा। हालांकि दोनों की जान लेने का उसका जो तरीका था, वो और भी ज्यादा हैरान करनेवाला था।

साजिश का हिस्सा था अस्पताल में इलाज

पुलिस की मानें तो पॉलेटेक्निक की पढ़ाई कर रहे सौरभ कापसे ने अपनी मां और भाई की जान लेने के लिए बड़ी गहरी साजिश रची। उसने सबसे पहले तो धतूरे के बीजों को काट कर सब्जी में मिला कर अपनी मां और भाई को खिला दिया। जिससे उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसी ने दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। फिर जब दोनों की हालत थोड़ी ठीक हुई तो वो उन दोनों को देखभाल के लिए घर वापस ले आया।

सलाइन वाटर में मिलाया था जहर

इसके बाद उसने अपने एक कंपाउंडर दोस्त को घर बुलाया और घर में उन्हें सलाइन चढ़ाने लगा। लेकिन सलाइन चढाने के पीछे उसका मकसद उनका इलाज कर उन्हें ठीक करना नहीं, बल्कि उनकी जान लेना था। क्योंकि इसके बाद उसने सलाइन वाटर की बोतल में बेहोशी की दवा यानी एनिस्थिशिया का डोज मिला दिया, जिससे नीलिमा और आयुष की हालत और बिगड़ गई और धीरे-धीरे घर में ही जहर और नशीली दवा की डोज से दोनों की जान चली गई।

यूट्यूब और गूगल सर्च करके सीखा था कत्ल का ये तरीका

इसके बाद सौरभ ने दोनों की लाश खुद ही डिवान बेड के अंदर डाली और घर में ताला लगा कर फरार हो गया। क्योंकि उसे डर था कि अगर वो लाशों को बाहर कहीं ठिकाने लगाने की कोशिश करेगा,तो पकड़ा जाएगा। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन पूछताछ में वो लगातार हैरान करनेवाली बातें बता रहा है। पुलिस की मानें तो उसने कत्ल का ये तरीका यूट्यूब और गूगल सर्च करके सीखा था।

सौरभ के दोस्तों पर भी हो सकती है कार्रवाई

और चूंकि उसके मेडिकल लाइन में कई दोस्त हैं, उसने इस कत्ल में उन दोस्तों की मदद ली और वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस वारदात और उसकी साजिश के बारे में सौरभ के दोस्तों को जानकारी थी या नहीं? अगर जानकारी वाली बात सामने आई, तो यकीनन पुलिस उसके दोस्तों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।

Sources: AajTak

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