हिमाचल में भूस्खलन, बादल फटा, उत्तराखंड भी हाई अलर्ट पर

 


हिमाचल: राज्य के सुबाथू में आज (बुधवार) को बादल फटने की सूचना मिली और क्षेत्र में मलबा और पानी बहने लगा, जिससे वहां रहने वालों को घर गिरने का डर पैदा हो गया। बादल फटने से आये सैलाब में गाड़ियां भी बह गई हैं। इस बीच, भारी बारिश के बीच अलग-अलग स्थानों पर भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 21 मंडी-कुल्लू वाया पंडोह बांध मार्ग अवरुद्ध हो गया। राज्य में कई अन्य सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण बलाद नदी में जलस्तर बढ़ गया, जिससे बद्दी में एक पुल ढह गया। पुल ढहने से औद्योगिक क्षेत्र बद्दी का हरियाणा और चंडीगढ़ से संपर्क प्रभावित हो गया है। पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 105 पर पिंजौर से बलाड़, चंडीगढ़ रोड के पास यातायात को नियंत्रित किया। यातायात को लक्कड़ दीपू पुल से बरोटीवाला की ओर निर्देशित किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के सुबाथू में बादल फटने की खबर के बाद गाड़ियां पानी में बह गईं।

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में कल मंगलवार को भारी बारिश जारी रही, जिससे मौसम विभाग को दोनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हिमाचल प्रदेश के आठ जिलों में ‘बेहद भारी’ बारिश के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसी तरह, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर सहित उत्तराखंड के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जो मंगलवार से भारी बारिश से प्रभावित हैं।

आईएमडी ने कहा कि 23-24 अगस्त को राज्य के इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य के अन्य जिलों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर स्कूल और कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान बुधवार और गुरुवार को बंद रहेंगे। वहीं, उत्तराखंड के बागेश्वर में स्कूल और आंगनबाड़ियों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू,मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना जिलों सहित हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए शाम को रेड अलर्ट जारी किया गया क्योंकि मंगलवार को बारिश के कारण मंडी और हमीरपुर जिलों में कुछ भूस्खलन हुए और अन्य क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए। आईएमडी ने 28 अगस्त तक राज्य में बारिश की भविष्यवाणी की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि राज्य में अत्यधिक बारिश के कारण आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है और राज्य को अब तक 1.000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, इस मानसून में भारी बारिश से फसलें नष्ट हो गईं, सड़कें, पुल, घर और गौशालाएं बह गईं और कई लोगों और मवेशियों की जान भी चली गई। राज्य में आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है।’ धामी ने कहा, 1.000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है और मानसून अभी भी सक्रिय है।

’उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के पुनर्वास और उत्तराखंड में बारिश से संबंधित आपदाओं में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की देखभाल के लिए राज्य सरकार जल्द ही एक योजना शुरू करेगी। हिमाचल में बारिश से संबंधित आपदाओं में कम से कम 227 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से 38 लोग अभी भी लापता हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसारए 12.000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस महीने की शुरुआत में, शिमला में बड़े भूस्खलन सहित बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 80 लोगों की मौत हो गई। हालाँकि, इस ताज़ा बारिश में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि राज्य को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

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