संस्कृत शिक्षक साहित्य अकादेमी पुरस्कार से पुरस्कृत युवराज भट्टराई जी द्वारा रचित पुस्तक "तनीयसी" का विमोचन



 नई दिल्ली : सर गंगाराम हॉस्पिटल मार्ग स्थित, बाल भारती पब्लिक स्कूल, में कोरोना संक्रमण के भयानक स्थिति के पश्चात् दो सालों में पहली बार भौतिक रूप से नए शैक्षिक सत्र के आरम्भ के उपलक्ष्य में शनिवार को विद्यालय में हवन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एल. वी. सहगल जी और उपप्रधानाचार्या श्रीमती मीना मल्होत्रा जी ने मुख्य यजमान की भूमिका निभायी। इस कार्यक्रम में पूरा विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

धर्म संस्कार के ज्ञाता, भारतीय परम्परा के पुरोधा पंडित श्री ललित मिश्र जी ने वेद मंत्रों के माध्यम से हवन संपन्न कराया। इस हवन में सभी उपस्थित शिक्षकों एवं छात्रों ने समस्त विद्यालय के सदस्यों के साथ-साथ पूरे विश्व के लोगों के लिए स्वस्थता, प्रसन्नता, समृद्धता और दीर्घायु होने की कामना की। विद्यालय। के संगीत विभाग के श्रीसुमन झा,श्रीमती अर्चना श्रीवास्तव, श्री मुनीष शंकर, आदि शिक्षकों ने भजनों की प्रस्तुति से समग्र उपस्थित जन मानस का हृदय प्रफुल्लित कर दिया।

हवन कार्यक्रम के बाद प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एल वी सहगल जी ने सभी छात्रों एवं शिक्षकों को नए शैक्षिक सत्र को यादगार बनाने के लिए अध्ययन अध्यापन और शैक्षिक गतिविधियों के क्षेत्र में विशेष परिश्रम करने के लिए प्रेरणा एवं परामर्श दिया। प्रधानाचार्य के उत्साहपूर्ण वक्तव्य के कारण तालियों की गूंज से पूरा वातावरण गुंजायमान हुआ।

विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रधानाचार्य के दिशा निर्देश के अनुसार छात्रों के कल्याण के साथ-साथ विद्यालय की उन्नति के लिए अपने कर्त्तव्यों और जिम्मेदारियों को सर्वोत्तम तरीके से निभाने का संकल्प भी लिया।इस अवसर पर विद्यालय की उपप्रधानाचार्या श्रीमती मीना मल्होत्रा जी ने सभी शिक्षक शिक्षिकाओं और कर्मचारियों के साथ-साथ छात्रों के हित के लिए निरन्तर कार्य करने के लिए सभी को उत्साहित किया। नव-सत्रारंभ-समारोह में करिश्माई व्यक्तित्व के धनी प्रधानाचार्य श्री एल.वी.सहगल जी ने सभी शिक्षकों से मिल कर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए शिक्षकों की कर्त्तव्य पारायणता, विद्यालय के प्रति निष्ठा, ईमानदारी एवं लगनशीलता की सराहना की।

विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को अपने बच्चों की तरह मार्गदर्शन करने के लिए भी श्रीसहगल जी ने शिक्षकों को प्रेरणा दी। साथ ही विद्यालय के नित निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर रहने वाले प्रधानाचार्य ने नव सत्रारम्भ के अवसर पर आयोजित हवन कार्यक्रम में ईश्वर से समस्त बाल भारती परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस नव सत्रारम्भ कार्यक्रम के आयोजन में वरिष्ठ-संस्कृत-शिक्षिका श्रीमती ज्योत्स्ना श्रीवास्तव, संस्कृतशिक्षक श्रीयुवराज भट्टराई, और श्रीवीरेन्द्र शर्मा, आदि ने विशेष योगदान दिया। इस दौरान विद्यालय के तमाम शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी कार्यक्रम के आयोजन में अपना अपना सहयोग दिया।

ज्ञातव्य है कि इस अवसर पर बाल भारती पब्लिक विद्यालय में ही वरिष्ठ विभाग के संस्कृत शिक्षक साहित्य अकादेमी पुरस्कार से पुरस्कृत श्री युवराज भट्टराई जी द्वारा विरचित "तनीयसी" नामक संस्कृत-काव्य ग्रन्थ का विमोचन भी आदरणीय प्रधानाचार्य श्री एल वी सहगल जी के कर कमलों से किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य जी ने संस्कृत और शिक्षा की सेवा के लिए साहित्य सेवा निरंतर करने के लिए श्री युवराज भट्टराई जी का बधाईपूर्वक एवं अभिनन्दन भी किया।

युवकवि युवराज भट्टराई की लिखी इस काव्यकृति में बाल मनोविज्ञान से सम्बन्धित कविताओं का संकलन किया गया है।, भारतीय समाज में ही नहीं अपितु विश्व के समस्त समाजों के बच्चे ही कर्णधार होते हैं। अत: उनके कोमल मानस में नैतिक मूल्यों के बोध कराने वाले ये कविताएं अवश्य ही बाल छात्रों के लिए उपकारी होंगे।

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