उत्‍तराखंड के विकास कार्यों पर पी.एम और गृह मंत्री से धामी की चर्चा



देहरादून: सी.एम धामी ने ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से उत्तराखण्ड के विकास को लेकर चर्चा करी। धामी ने प्रधानमंत्री से जीएसटी प्रतिकर अवधि बढ़ाए जाने का भी अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने नवीनतम तकनीक व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना और फार्मास्यूटिकल उद्योग के विकास के लिये नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एण्ड रिसर्च की स्थापना का आग्रह किया। 

सी.एम धामी ने उत्तराखण्ड में बागवानी की सम्भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से कश्मीर की तर्ज पर 2000 करोड़ रुपये का बागवानी पैकेज दिये जाने का भी अनुरोध किया। इस दौरान टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड की अंशधारिता में उत्तर प्रदेश के अंश का उत्तराखण्ड को हस्तांतरित करने के लिए केंद्र सरकार की विशेष पहल का आग्रह किया।

वहीं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने चारधाम की तर्ज पर कुमाऊं के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिये ‘मानसखण्ड मंदिर माला मिशन’की स्वीकृति दिए जाने का भी अनुरोध किया। सीएम धामी ने पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति का भी अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा ऋषिकेश.उत्तरकाशी रेल लाइन के निर्माण के लिये फाइनल लोकेशन सर्वे के बाद डीपीआर तैयार कर ली गई है। उन्होंने ऋषिकेश.डोईवाला रेलवे ट्रेक के निर्माण और देहरादून रेलवे स्टेशन को हर्रावाला स्थानांतरित किये जाने की अनुमति दिये जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलिंगकांग के मध्य 05 किमी टनल और वेदांग से गो व सिपु तक 20 किमी सड़क मार्ग का निर्माण किये जाने तवाघाट से बेदांग तक का मार्ग कनेक्ट हो जाएगा। यह जौलींगकांग एवं बेदांग की दूरी 161 किमी कम कर देगा। इसी प्रकार सिपु से तोला के मध्य लगभग 22 किमी लम्बाई की टनल के निर्माण से दारमा वैली और जोहर वैली एक दूसरे से जुड़ जाएंगी। मिलम से लप्थल तक 30 किमी टनल के निर्माण से जनपद पिथौरागढ़ की जोहार घाट व जनपद चमोली का लप्थल सड़क मार्ग से जोड़ा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने उक्त तीनों टनलों के निर्माण को स्वीकृति दिये जाने का भी अनुरोध किया।

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