डाक्टर प्रकरण: सी.एम ने तबादला किया निरस्त



देहरादून : उत्तराखण्ड में नौकरशाह अपनी हनक के नशे मे चूर किसी भी हद को पार करने में कोई कोताही बरतना नहीं चाहते भले अंजाम कुछ भी हो। वहीं बेलगाम नौकरशाह की पत्नी भी पीछे क्यों रहें। भई ये तो वही मिसाल हो गई ‘सैंया भये कोतवाल,अब डर काहे का’ आपको बता दें 24 घण्टे में ही स्वास्थ सचिव की हनक ने स्वास्थ महकमे के तापमान को सियासी तापमान में तब्दील कर दिया।

 जानकारी के मुताबिक स्वास्थ सचिव की पत्नि की जांच के लिए दून अस्पताल प्रबन्धने उन्हें सचिव के घर भेज दिया जबकि डाक्टर निधि उनियाल ओ.पी.डी. में मरीजो को देख रही थीं। फिर भी ओ.पी.डी छोड़कर वह स्वास्थ सचिव के घर गईं घर पर स्वास्थ सचिव की पत्निी के अभद्र व्यवहार से छुब्ध डाक्टर वापस अस्पताल आ गई। डाक्टर के धर जाने और वापस अस्पताल आने के दरम्यान ही उनके तबादले की स्क्रिप्ट तैयार हो गई और उन्हें अल्मोड़ा के लिए रिलीव कर दिया गया। 

अपने तब्दाले को इगो से जोड़कर डाक्टर निधि उनियालने इस्तीफा स्वास्थ सचिव को भेज दिया अब आप खुद ही देख लें कि उत्तराखण्ड में नौकरशाही कितनी बेलगाम है उससे बड़ा और उदाहरण क्या होगा जहां फ्रंटलाईन वर्कर भी नहीं बखशे जाते लेकिन युवा सी.एम का त्वरित एक्शन में आना और डाक्टर के तबादले को निरस्त कर जांच कमेटी गठित करना सराहनीय कदम है। लगता है कि सी.एम सोशल मीडिया पर अपनी नजर कितनी पैनी रखते हैं। गुरुवार शाम तबादले के बाद इस्तीफा देने वाली डॉ निधि उनियाल के मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तबादला निरस्त करते हुए जांच का आदेश जारी किया है। 

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