जबरदस्ती धर्मांतरण का धंधा स्वीकार्य नहीं, ऐसा करने वालों को नतीजा भुगतना पड़ेगा: नक़वी

  


उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर से नया विवाद शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली के जामिया नगर में रहने वाले मोहम्मद उमर गौतम और काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर मूक बधिर लोगों के धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है। इन सबके बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बड़ा बयान दिया है। नकवी ने कहा कि जो जबरदस्ती धर्मांतरण का धंधा चल रहा है वो किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। जो ताकतें इसमें लगी हैं उनको समझ लेना चाहिए कि न कानून इसकी इज़ाजत देता है, न सरकार देती है, न समाज देगा। जो ऐसा करेंगे उन्हें कानून के दायरे में भुगतना पड़ेगा।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के साथ की गई बैठक में यह निर्देश दिया है। इसके अलावा आरोपियों की सम्पत्ति भी जब्त की जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस कानून व्यवस्था एडीजी प्रशांत किशोर ने सोमवार को बताया था कि कि विभिन्न गैर मुस्लिम मूक बधिर महिलाओं, बच्चों एवं अन्य कमजोर स्तर के लोगों का सामूहिक धर्मपरिवर्तन कर रहे हैं। उमर ने पूछताछ में बताया कि अभी तक 1000 गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित किया है तथा बड़ी संख्या में उनकी मुस्लिमों से शादी कराई गई है।

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