कोरोना संक्रमण ने डायबिटीज पेशेंट्स मरीजों पर बरपाया कहर


डॉ. अतुल गोगिया ने बताया कि 10 से 15 फीसदी कोरोना मरीजों को डायबिटीज की समस्या की कोई जानकारी नहीं है। डॉक्टर ने कहा कि यह संभव हो सकता है कि किसी व्यक्ति को डायबिटीज था लेकिन उसे उसके बारे में जानकारी नहीं थी।



 


नयी दिल्ली /  कोरोना वायरस महामारी के बढ़ रहे मामलों के बीच में कई ऐसी बातें निकलकर सामने आईं हैं जिन्हें जानना आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बता दें कि 34 वर्षीय मार्केटिंग प्रोफेशनल परमजीत सिंह (बदला हुआ नाम) को तीन सप्ताह पहले बुखार और खांसी की समस्या हुई थी। जिसके बाद उन्होंने अपना कोरोना वायरस संक्रमण का टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 



 


होम आइसोलेशन के समय में जब उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें करोलबाग स्थित सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर डॉक्टरों ने कुछ टेस्ट किए और कुछ दवाईयां उन्हें दी। टेस्ट रिपोर्ट से जानकारी मिली कि मार्केटिंग प्रोफेशनल को डायबिटीज भी है। सरगंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ अतुल गोगिया ने बताया कि उनका ब्लड शुगर लेबल और एनबीए1सी (HbA1c) काफी बढ़ा हुआ था।


 


एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक, परमजीत सिंह को डायबिटीज विरोधी दवाइयों के साथ और कुछ अन्य दवाओं पर रखा गया लेकिन वह सिर्फ अकेला नहीं था। डॉ. अतुल गोगिया ने बताया कि 10 से 15 फीसदी कोरोना मरीजों को डायबिटीज की समस्या की कोई जानकारी नहीं है। डॉक्टर ने कहा कि यह संभव हो सकता है कि किसी व्यक्ति को डायबिटीज था लेकिन उसे उसके बारे में जानकारी नहीं थी। कोविड-19 संक्रमण के इलाज के दौरान जब टेस्ट किया गया तभी इसके बारे में पता चला। 


वहीं मैक्स के वरिष्ठ डॉक्टर सुजीत झा का कहना है कि उन्हें भी रोजाना 6 से 8 ऐसे मरीज मिलते हैं जिन्हें हालही में डायबिटीज हुआ है या फिर डायबिटीज की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि इनमें से कई मामलों में कोविड के इलाज के दौरान गलती से निदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि विदेशों में शोधकर्ता स्वस्थ लोगों में कोविड-19 ट्रिगर डायबिटीज की संभावना तलाश रहे थे।


 


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डायबिटीज और कोविड-19 संक्रमण एक दूसरे से कहीं न कहीं जुड़ा हुआ है। कहा जा रहा है कि डायबिटीज कोविड -19 के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों में कोविड-19 होने पर हालत और भी नाजुक हो जाती है। इसके अतिरिक्त कई मामलों में शुरुआती दौर का डायबिटीज देखा गया है। ऐसे में डायबिटीज पेशेंट्स को सतर्क रहने की जरूरत है। 


 


Sources:Agency News



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