उत्तराखंड : केदारनाथ में चिनूक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग को हेलीपैड तैयार


केदारनाथ धाम में अब एयरफोस के चिनूक हेलीकॉप्टर की लैडिंग की तैयारी की जा रही है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लोनिवि (डीडीएमए) ने चिनूक की लैडिंग के लिए पहले से बने 100 मीटर लम्बे और 50 मीटर चौड़े हेलीपैड का विस्तार करते हुए पूरी तरह तैयार कर लिया है। जबकि इसी के करीब बड़ी मशीनों को उतारने के लिए 50-30 मीटर का कच्चा पैच तैयार किया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक एयरफोर्स की टीम रेकी कर रही है। 15 अक्टूबर से चिनूक द्वारा बड़ी मशीनें उतारे जाने की संभवना जताई जा रही हैं। 


केदारनाथ धाम में आपदा के बाद पहले नेहरु पर्वातारोहण संस्थान द्वारा पुनर्निर्माण कार्य के लिए भारी मशीनें उतारी गई। इसमें भी एयरफोर्स के एमआई 17 और एमआई 26 का प्रयोग किया गया। इसके बाद फिर से केदारनाथ में शेष कार्यो के लिए बड़ी मशीनों का उतारा जाना है इसके लिए चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी। इसके लिए केदारनाथ में जिस हेलीपैड पर सामान्य तौर पर हेलीकॉप्टर लैंड करते हैं वहां से जीएमवीएन के सभी स्टैक्चर हटा दिए गए हैं। 


100-50 मीटर हेलीपैड को पूरी तरह खुला रखा गया है ताकि बड़े हेलीकॉप्टर की आसानी से लैडिंग की जा सके। इसी हेलीपैड के पास 50-30 का एक कच्चा पैच बनाया गया है जिसमें एक बड़ी पोकलैंड, एक पिकअप, एक ट्रैक्टर और एक ट्राली सहित भारी सामान उतारा जाएगा। इस कार्य में डीडीएमए द्वारा करीब 56 लाख रुपये खर्च किए गए। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक 15 अक्टूबर से केदारनाथ में चिनूक की मदद से भारी मशीनें उतारे जाने की संभावना जताई जा रही हैं। इसके लिए एयरफोर्स की 4 सदस्यीय टीम केदारनाथ की रेकी कर रही है। बताया जा रहा है कि जल्द ही चिनूक की केदारनाथ में ट्रायल लैंडिंग की जाएगी। 


केदारनाथ धाम में चिनूक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए हेलीपैड तैयार कर लिया गया है। शासन द्वारा अग्रिम निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। एयरफोर्स की टीम भी केदारनाथ की रेकी कर रही है। जल्द ही चिनूक द्वारा भारी मशीनें केदारनाथ में उतारी जाएंगी। - वंदना सिंह, जिलाधिकारी


केदारनाथ में डीडीएमए द्वारा 100-50 मीटर हेलीपैड से सभी स्टैक्चर हटा दिए गए हैं जबकि इसके करीब 50-30 मीटर का एक कच्चा पैच भी तैयार किया गया है, जिसमें मशीनें उतारी जाएगी। इस कार्य पर करीब 56 लाख खर्च किए गए। - प्रवीण कर्णवाल, ईई डीडीएमए


Source:Hindusta Samachar


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