देहरादून में बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने बनाई कार्ययोजना



देहरादून पुलिस बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कार्ययोजना तैयार करने में जुट गई है। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा है कि सभी थानेदार अपने क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्तियों की लिस्ट को अपडेट रखने के साथ उनसे नियमित अंतराल पर संवाद भी करते रहेंगे।




 


देहरादून /  बुजुर्ग व्यक्तियों की सबसे बड़ी समस्या होती है उपेक्षा और अकेलेपन की पीड़ा। कई घरों में बुजुर्गों के लिए सुविधाओं की कमी नहीं होती, लेकिन घर के लोगों के पास समय का अभाव रहता है। अत: वे बुजुर्गों के लिए समय बिलकुल नहीं निकाल पाते। यहां तक की आस पास रहने वालों के पास भी इतनी फुर्सत नहीं होती कि हर एक दो दिन में उनकी खोज खबर लेते रहें। हरिद्वार में बुजुर्ग दंपती की हत्या की वारदात ने समाज से लेकर पुलिस तक को बड़ा सबक दिया है। यही वजह है कि देहरादून पुलिस बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कार्ययोजना तैयार करने में जुट गई है। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा है कि सभी थानेदार अपने क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्तियों की लिस्ट को अपडेट रखने के साथ उनसे नियमित अंतराल पर संवाद भी करते रहेंगे। उनकी मदद करेंगे, जिससे समाज मे यह संदेश जाए कि वह अकेले नहीं, बल्कि पुलिस उनके साथ है।



यह दिए गए निर्देश



  • हरिद्वार में एक बुजुर्ग दंपती की घर में घुसकर हत्या करने से शांति एवं कानून वयवस्था प्रभावित हुई है। इसके दृष्टिगत जनपद में भी अलर्ट रहने की आवश्यकता है।

  • अपने-अपने एरिया में सभी बुजुर्गों को चिह्नित कर उनकी सूची तैयार कर उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए कदम उठाएं।

  • प्रत्येक थाना प्रभारी को थाने के सीनियर सिटीजन रजिस्टर को अपडेट करते हुए सीनियर सिटिजन से लगातार संपर्क बनाए रखेंगे। 

  • थाने की सभी चीता को प्रत्येक दिन अपने अपने एरिया के बुजुर्ग व्यक्तियों को चिह्नित करेगी। अगर वह अकेले निवास कर रहे हैं तो उनका संपर्क नंबर लेकर उनसे लगातार संपर्क करते रहेंगे।

  • वरिष्ठ नागरिक यदि आर्थिक रूप से सक्षम हैं तो उन्हें अपने यहां सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। 

  • Source:Agency News



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