24 घंटे काम और तनाव ने कम किया 'खाकी' का क्रेज, देहरादून में 55 जवानों ने छोड़ी जॉब


नौकरी को छोड़ नए ऑप्शन की तलाश में जुटे दिखते हैं. उत्तराखंड (Uttarakhand) में पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने पुलिस की नौकरी से इस्तीफा (Resignation) दिया है. सूचना के अधिकार यानी आरटीआई (RTI) से मिली जानकारी में बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.

24-24 घंटे की ड्यूटी से परेशान

जी हां, आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, देहरादून जिले के करीब 55 पुलिस जवानों ने अपनी-अपनी नौकरियां छोड़ दी हैं. नौकरी छोड़ने वालों में कॉन्सटेबल से लेकर इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस जवान हैं. पुलिस की नौकरी छोड़ने वाले ऐसे ही एक जवान हैं रमेश पाठक. वे पुलिस की नौकरी छोड़ कर अब नगर निगम में टैक्स इंस्पेक्टर के पद पर नई नौकरी कर रहे हैं. पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाबत उनसे बात की तो उनका कहना है कि पुलिस की नौकरी में कई तरह की समस्याएं हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की नौकरी में कई बार तो 24-24 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ती थी. इसके अलावा काम का प्रेशर तो रहता ही रहता था. फैमली की छोटी-बड़ी खुशियों, दुःख-तकलीफों में भी हम साथ नहीं रह पाते थे. जवान ने कहा कि यही सब वजह है जिससे हमारा मोहभंग पुलिस की नौकरी से हो गया है.



तनाव दूर करने के लिए वर्कशॉप
एसएसपी अरुण मोहन जोशी भी मानते हैं कि पुलिस के जवान कुछ दिक्कत में तो रहते हैं. हमसब लगे हुए हैं कि उनके इस तनाव को लगातार कम किया जा सके. उनके मनोबल बनाए रहने की कोशिश लगातार की जा रही है. इन सब कामों के लिए वर्कशॉप आयोजित करवाए जाते हैं.

बड़ी बनती जा रही मोहभंग की समस्या

खाकी से मोहभंग होना पुलिस के सामने कहीं न कहीं बड़ी चुनौती बनती जा रही है. 24 घंटे की नौकरी और परिवार को समय न दे पाने से परेशान युवा नौकरी छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं. अब वे खाकी को तवज्जो न देते हुए या तो आईएएस या फिर अन्य सरकारी नौकरियों की तरफ भी बढ़ने लगे हैं. जानकारों की माने तो पुलिस में चुनौतियों को देखते हुए नौकरी से ज्यादा युवा आज अन्य परीक्षाएं पास कर अन्य विभागों में नौकरी करना ज्यादा उचित समझ रहे है. लेकिन जल्द ही जवानों की छोटी-छोटी समस्याओं को दूर न किया गया तो आने वाले दिनों में यह बड़ी समस्या बन सकती है ।


Source:News18


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