कोरोना संक्रमण को देखते हुये सितम्बर माह में किया जाय केदारनाथ यात्रा पर विचार – रावल


(देवेन्द्र चमोली)


रुद्रप्रयाग- चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी गाईडलाइन के अनुसार जिला प्रशासन ने केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों से वार्ता कर सुझाव मांगे। वहीँ केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिगं ने जिला प्रशासन कोे पत्र के माध्यम से सुझाव दिया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के बड़ते मामलो को देखते हुये सितंबर माह में केदारनाथ यत्रा पर विचार किया जाय।


आज जिला कार्यालय मे तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि तीर्थपुरोहित समाज के सुझाव को देवस्थानम बोर्ड को प्रेषित किया जाएगा। वर्तमान में सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि यात्रा के संचालन हेतु देवस्थानम बोर्ड द्वारा सभी पक्षों के सुझाव व सहभागिता के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। 


केदारनाथ यात्रा को लेकर श्री केदारनाथ रावल श्री श्री श्री 1008 जगद्गुरू भीमाशंकर लिंग शिवाचार्य ने पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को सुझाव दिया कि वर्तमान समय मे सारे देश मे कोरोना संक्रमण का वातावरण है। केदारनाथ यात्रा आरम्भ की जाती है तो उत्तराखण्ड निवासी देश के सभी प्रान्तों में स्थित है। वहां से वे सभी लोग उत्तराखंड पहुचेंगे जिससे महामारी की संभावना अत्यधिक है। अतः सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुय सितम्बर से यात्रा पर विचार किया जाय।


बैठक मे तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि हम सभी तीर्थपुरोहित का सुझाव है कि 30 जून तक यात्रा को न खोला जाय तथा 30 जून के बाद यात्रा चरणबद्ध तरीके से खोली जाए। पहले चरण मे कालीमठ, गुप्तकाशी, विश्वनाथ, ओमकारेश्वर व अन्य मंदिरों को स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोला जाय तथा स्थिति को देखते हुय दूसरे चरण मे केदारनाथ धाम, मदमहेश्वर की यात्रा पर विचार किया जाय।


बैठक में विनोद शुक्ला ने कहा कि वर्तमान में कोरोना का संक्रमण फैलता ही जा रहा है अतः सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यात्रा खोलने से संक्रमण की संभावना है। वर्तमान में श्रद्धालुओं के लिये रहने खाने की व्यवस्था भी नही है, आगामी यात्रा हेतु क्षेत्रीय लोगों को व्यवस्था हेतु आवागमन की अनुमति दी जाय। इस अवसर पर तीर्थ पुरोहित उपस्थित थे।


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