प्रशिक्षु अधिकारियों को बताया गया – आयुष्मान योजना जनसेवा का सशक्त माध्यम
देहरादून : राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण, उत्तराखंड के सभागार में मंगलवार को राज्य वित्त सेवा संवर्ग के प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान उन्हें आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना और राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना के क्रियान्वयन और वित्तीय पहलुओं से अवगत कराया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष अरविंद सिंह हयांकी ने प्रशिक्षुओं को सेवा काल में सकारात्मक सोच, अनुशासन, समयबद्धता और मानवीय संवेदनाओं के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना जनकल्याण की सबसे अहम योजना बनकर उभरी है, जो हर साल प्रति परिवार ₹5 लाख तक की निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करती है।
निदेशक वित्त अभिषेक आनंद ने योजनाओं की कार्यप्रणाली, अस्पतालों में इंपैनलमेंट, दावों के भुगतान और प्री-अथराइजेशन से लेकर क्लेम प्रोसेसिंग तक की समस्त प्रक्रियाओं का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि योजना में 1900 मेडिकल पैकेज शामिल हैं और सभी सूचीबद्ध अस्पतालों में आयुष्मान मित्र तैनात किए गए हैं।कार्यशाला में यह भी बताया गया कि योजना में नेशनल और स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट सक्रिय हैं। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं में घायलों के लिए कैशलेस उपचार, वय वंदना कार्ड जैसी सुविधाएं भी चलाई जा रही हैं।इस अवसर पर निदेशक प्रशासन डॉ. विनोद टोलिया, अपर निदेशक प्रशासन निखिल त्यागी, पुनीत गुप्ता सहित प्रशिक्षु अधिकारी मयंक सक्सेना, आयुषी जोशी, राजीवकांत, सतीश चंद्र, ललित मोहन पांडे, आकाश रघुवंशी, दीपक जोशी आदि उपस्थित रहे।
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