खेलों को मिला नया प्रोत्साहन, राज्य सरकार दे रही युवाओं को विशेष अवसर
हल्द्वानी : स्पोर्ट्स स्टेडियम में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के उपलक्ष में आयोजित राज्य स्तरीय अंडर-17 बालक हॉकी प्रतियोगिता का भव्य समापन हुआ। इस प्रतियोगिता का खिताब हरिद्वार की टीम ने अपने नाम किया, जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन के दम पर अन्य सभी जिलों को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आयोजित समारोह में उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने विजेता एवं उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित खेल मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि समय के साथ खेलों के प्रति समाज की सोच में बदलाव आया है। जहां पहले खेलों को केवल एक मनोरंजन या शौक के रूप में देखा जाता था, वहीं अब युवा बड़ी संख्या में इसे अपने भविष्य और करियर के विकल्प के रूप में अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी खिलाड़ियों को हर स्तर पर प्रोत्साहन देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जैसे—आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी, खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना और सरकारी नौकरियों में पदक विजेताओं को 4% आरक्षण की सुविधा। इन प्रयासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रतिभावान खिलाड़ियों को आर्थिक एवं सामाजिक मजबूती मिले और वे अपनी पूरी ऊर्जा खेल में झोंक सकें।
खेल मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को सिर्फ सैन्य भूमि नहीं, बल्कि खेल भूमि भी बनाने का सपना राज्य सरकार ने देखा है और उसके लिए जरूरी बुनियादी ढांचे का विकास कर लिया गया है। अब इस लक्ष्य को साकार करने की जिम्मेदारी युवाओं और खिलाड़ियों के कंधों पर है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अनुशासन, परिश्रम और समर्पण के साथ खेलों में आगे बढ़ें और उत्तराखंड का नाम राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करें।
प्रतियोगिता में हरिद्वार की टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया जबकि पिथौरागढ़ की टीम ने द्वितीय और टनकपुर की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। खेल मंत्री ने तीनों टीमों के खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से ट्रॉफी एवं नकद पुरस्कार प्रदान कर उनकी हौसला अफजाई की।
समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों की भी उपस्थिति रही। भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडल अध्यक्ष मधुकर श्रोतिय, दर्जा धारी राज्य मंत्री नवीन वर्मा, सुरेश पांडे, हरीश मनराल, रविन्द्र वाली, हेम पाण्डेय, राहुल आर्य, रेवाधर बृजवासी समेत कई गणमान्य अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
इस प्रतियोगिता ने न केवल प्रदेश भर के होनहार खिलाड़ियों को एक मंच पर लाने का काम किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि उत्तराखंड की धरती खेल प्रतिभाओं की जननी बन रही है। इस आयोजन ने ओलंपिक मूल्यों—प्रतिस्पर्धा, सहभागिता और सौहार्द—को भी जीवंत कर दिखाया। राज्य सरकार के सहयोग और स्थानीय प्रयासों से ऐसे आयोजन आगे भी नियमित रूप से आयोजित किए जाते रहेंगे, ताकि राज्य के कोने-कोने से निकलने वाली खेल प्रतिभाओं को पहचान और प्लेटफ़ॉर्म मिल सके।
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