11 से 23 जुलाई तक चलेगा कांवड़ मेला, सुरक्षा और यातायात पर विशेष फोकस
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने कांवड़ मेले के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभागों और कार्यदायी संस्थाओं को समयबद्ध रूप से तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस आयोजन को व्यवस्थित ढंग से संपन्न करने के लिए किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जिम्मेदार विभागों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि नशे में धुत, उत्पात मचाने वाले और हिंसा फैलाने वाले तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। साथ ही, मेले के दौरान बड़े डीजे साउंड पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के भी आदेश दिए गए। नगर निकायों को नियमित सफाई, शौचालय व्यवस्था और पार्किंग की सुविधाएं दुरुस्त रखने को कहा गया है। जल संस्थान को पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और खाद्य सुरक्षा विभाग को खानपान की वस्तुओं की नियमित निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। पूर्ति विभाग को ओवर रेटिंग पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्य सचिव ने संबंधित कार्यदायी संस्थाओं की समय रहते बैठक कर आवश्यक निर्देश जारी करने को कहा। सिंचाई विभाग को स्नान घाटों और पुलों की सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।कांवड़ मेला इस वर्ष 11 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। पंचक अवधि 13 से 17 जुलाई तक, डाक कांवड़ 20 से 23 जुलाई तक और जलाभिषेक (श्रावण शिवरात्रि) 23 जुलाई को होगा।
बैठक में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने मेले की प्रमुख तैयारियों, यातायात, पार्किंग, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों की विस्तृत जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विभिन्न रूटों, स्थाई व अस्थाई पार्किंग, और रूट डायवर्जन की योजना प्रस्तुत की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे कांवड़ मेले को 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है ताकि बेहतर नियंत्रण और समन्वय सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही, उन्होंने स्थाई व अस्थाई निर्माण कार्यों और बजटीय आवश्यकताओं की भी जानकारी दी।देहरादून, पौड़ी और टिहरी जिलों ने भी मेले के लिए अपनी तैयारियों और आवश्यक बजट की जानकारी बैठक में साझा की।
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