मायावती ने जातीय जनगणना पर केंद्र को सराहा, समय पर पूरी करने की जताई उम्मीद
लखनऊ :: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जातिवार जनगणना शामिल करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने इसे “देर से उठाया गया सही दिशा में कदम” बताया।
मायावती ने बुधवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, “देश में मूल जनगणना के साथ ही ’जातीय जनगणना’ कराने का केंद्र सरकार द्वारा आज लिया गया फैसला काफी देर से उठाया गया सही दिशा में कदम है। इसका स्वागत है। बसपा इसकी मांग काफी लंबे समय से करती रही है। उम्मीद है कि सरकार ’जनगणना से जनकल्याण’ के इस फैसले को समय से जरूर पूरा कराएगी।”
केंद्र सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि आगामी अखिल भारतीय जनगणना में जातिवार आंकड़ों को पारदर्शी तरीके से शामिल किया जाएगा। राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए इस महत्वपूर्ण फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। उन्होंने कहा कि जनगणना केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती है, हालांकि कुछ राज्यों ने अपने स्तर पर सर्वेक्षण के नाम पर जातिवार आंकड़े जुटाए हैं।
गौरतलब है कि जनगणना की प्रक्रिया अप्रैल 2020 में शुरू होनी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई। केंद्र सरकार ने अब स्पष्ट किया है कि जातिवार जनगणना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है और इसे पारदर्शी तरीके से संपन्न किया जाएगा।विशेषज्ञों का मानना है कि जातीय जनगणना से समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण और योजनाओं के निर्माण में मदद मिलेगी। विपक्षी दल लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग करते रहे हैं, जिसमें बसपा अग्रणी रही है।
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