मॉडल तान्या सुसाइड केस में पुलिस अब तक खाली हाथ

 


तान्या सिंह एक उभरती हुई मॉडल थी। देर रात वो विदेश में रहने वाले अपने भाई को दो बार वीडियो कॉल करती है। दोनों ही बार भाई-बहन के बीच लंबी बातचीत होती है। बातचीत के दौरान सब सामान्य था। इसके बाद अगली सुबह जब तान्या के कैमरे का दरवाजा खोला जाता है, तो उसकी लाश पंखे पर झूलती नजर आती है। ईयरफोन तब भी उसके कानों में थे। अब उसकी मौत का मामला एक पहेली की तरह उलझ गया है।

एक मॉडलिंग की चकाचौंध भरी दुनिया में जगह बनाती मॉडल और दूसरा क्रिकेट के ट्रेंडिंग वर्ल्ड में अपनी काबिलियत का जलवा बिखेरता सितारा अभिषेक। मॉडल तान्या सिंह और सनराइजर्स हैदराबाद के बैटर अभिषेक शर्मा को लोग अब तक दो अलग-अलग शख्सियत के तौर पर ही जानते थे। उनकी दोस्ती या यूं कहें कि उनके रिश्तों के बारे में कम ही लोगों को पता था। लेकिन 19 फरवरी की रात को तान्या और अभिषेक की दुनिया में कुछ ऐसा हुआ कि लोग एक ही झटके में लोग ना सिर्फ दोनों के रिश्तों के बारे में जान गए, बल्कि ये भी जान गए कि उनकी जिंदगी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।

सूरत की पॉश हाउसिंग सोसायटी से उस रोज़ सुबह-सुबह मॉडल तान्या सिंह के सुसाइड करने की खबर सामने आई। पता चला कि तान्या ने अपने कमरे की सीलिंग से फंदा लगाकर जान दे दी। चूंकि मामला एक मॉडल की सुसाइड से जुड़ा था, तान्या के सुसाइड की खबर सूरत से लेकर मुंबई तक में तेज़ी से फैल गई। लेकिन इसके बाद जब पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की, तो तान्या को लेकर उसे जो कुछ पता चला वो चौंकानेवाला था।

पुलिस को तान्या के कमरे से कोई सुसाइड नोट तो नहीं मिला, लेकिन तान्या के मोबाइल फोन से लेकर सोशल मीडिया एकाउंट तक को खंगालने के बाद ये साफ हुआ है कि तान्या और अभिषेक एक दूसरे के बेहद करीब थे और सुसाइड से पहले तान्या अभिषेक से लगातार बात करने की कोशिश कर रही थी। ऐसे में सवाल यही है कि क्या तान्या ने सिर्फ इसी वजह से अपनी जान दे दी या फिर उसके इस फैसले के पीछे की कहानी कुछ और है?

तान्या और उसका परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहनेवाला है। लेकिन इन दिनों वो सूरत में रहते हैं। सूरत के हैप्पी एलिगेंस सोसायटी के टावर बी-1 के फ्लैट नंबर 702 में। तान्या के पिता भवानी सिंह सूरत के पंडेसरा इलाक़े में मौजूद एक टेक्सटाइल इंडस्ट्री में काम करते हैं। चूंकि तान्या मॉडलिंग और इवेंट मैनेजमेंट के पेशे से जुड़ी थी वो अक्सर रात को देर से घर लौटती थी। और सुबह उसके पिता ही उसे नींद से जगाते थे। इन दिनों तान्या की मां सूरत में नहीं थी। ऐसे में इस फ्लैट में तान्या और उसके पिता, दो लोग ही रह रहे थे।

मंगलवार 20 फरवरी की सुबह जब तान्या अपने कमरे से बाहर नहीं आई, तो घर में मौजूद उसके पिता उसे जगाने की कोशिश की। लेकिन यही भंवर सिंह की जिंदगी की सबसे मुश्किल घड़ी साबित हुई। तान्या ने कई बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया। और जब भवानी सिंह ने दरवाजा खोला, तो उन्होंने तान्या को फंदे के सहारे अपने बेडरूम की छत से लटकते हुए देखा। ये मंजर देखकर उनके होश उड़ गए और वो सकते में आ गए।

Sources:Aaj Tak

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