इंश्योरेंस कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने बनाया साइबर ठगी गिरोह, लोन के नाम पर लगाते थे चूना,14 गिरफ्तार

 


नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें ठग खुद को प्रमुख बैंकों का प्रतिनिधि बताते थे और फिर लोन दिलाने में मदद करने के बहाने लोगों के साथ ठगी करते थे। इस गिरोह में शामिल 14 लोगों को नोएडा पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने बताया कि उसने गिरोह के कब्जे से 11 लाख रुपये भी जब्त किए हैं। यह गिरोह नोएडा के औद्योगिक सेक्टर 6 में अपने दफ्तर को संचालित कर रहा था।

सरगना करता था बीमा कंपनी में काम

साइबर हेल्प लाइन की एक टीम और स्थानीय फेज-1 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने मंगलवार को धोखाधड़ी के गिरोह का भंडाफोड़ किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'गिरफ्तार किए गए लोगों में गिरोह का सरगना हसीन भी शामिल है, जो पहले एक बीमा कंपनी में काम कर चुका है। हसीन अपने पिछले काम के दौरान लोगों का डेटाबेस हासिल करने में कामयाब रहा था और उन्हीं संपर्कों का इस्तेमाल गिरोह अब लोन चाहने वालों को धोखा देने के लिए कर रहा था।'

खुद को बताते थे बैंक का कर्मचारी

पुलिस के मुताबिक, गिरोह के सदस्य, खुद को कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी बताकर, लोगों से बीमा पॉलिसी पर गिरवी लोन देने की बात करते थे और जो लोग ऐसा चाहते थे, उन्हें आधार कार्ड, पैन कार्ड, ई-मेल आईडी आदि प्रदान करने के लिए कहा जाता था।

पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़ितों से जानकारी लेने के बाद, वे उनसे पॉलिसी किस्त, लोन की अग्रिम किस्त, आरटीजीएस शुल्क, फ़ाइल शुल्क, ऋण स्वीकृत कराने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क आदि के बहाने पैसे मांगते थे और उन्हें ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से फर्जी ऋण अनुमोदन की डिजिटल कॉपी देते थे।

14 गिरफ्तार

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान विकास शर्मा, राजेश, आशीष, वारिस अली, सोहिल, सलमान, आशुतोष, निशा, सुगरा फातमा, सुरभि, ट्विंकल, कुसुम और खुशबू के रूप में की गई है।पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आईपीसी प्रावधानों और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (आईटी एक्ट) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है

 

Sources:AajTak

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