सीएम धामी की हिदायत अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी का न हो उत्पीड़न

 


देहरादून: देवभूमि में मिशन लैंड जेहाद को लेकर पुष्कर सरकार कोई भी समझौता करने को तैयार नहीं है लेकिन सीएम ने अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी का उत्पीड़न न हो। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री धामी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए पहले ही निर्देश दे चुके हैं, लेकिन इसी बीच उन्होंने ये भी साफ कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसी का उत्पीड़न न किया जाए।आपको बता दें कि खबरों और सोशल मीडिया पर अतिक्रमण हटाने के दौरान लोगों के उत्पीड़न की खबरे आई थीं इसका स्वतः संज्ञान लेते हुये सीएम धामी ने सक्ष्त हिदायत करी है। उन्होंने कहा कि सड़कों के किनारे अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसी भी नागरिक का उत्पीड़न न हो।

साथ ही यह भी कहा कि वन भूमि अथवा सरकारी भूमि पर लैंड जिहाद के नाम पर किए गए कब्जों के विरुद्ध कार्यवाही जारी रहेगी।सरकारी भूमि, विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों के किनारे अतिक्रमण हटाने के लिए चल रही कार्यवाही के विरोध में इन दिनों में विपक्षी दल उग्र तेवर अपनाए हुए हैं। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे को सदन के भीतर उठाने की घोषणा कर चुकी है। मुख्यमंत्री धामी ने अतिक्रमण को लेकर मुखर होती आवाज को गंभीरता से लिया है।

मंगलवार को उन्होंने कहा कि सड़कों के किनारे राजकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने के दौरान सरकारी कर्मचारी किसी भी नागरिक का उत्पीडऩ नहीं करेंगे। किसी भी वैध निर्माण में तोडफ़ोड़ नहीं की जाएगी।सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी विभाग की अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही में नागरिकों का उत्पीड़न न होने पाए।

साथ ही जब तक यह सुनिश्चित नहीं होता कि निर्माण सरकारी भूमि में है और अवैध निर्माण हटाना आवश्यक है, तब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री ने लैंड जिहाद को लेकर अपने सख्त रुख में नरमी के संकेत नहीं दिए हैं। उन्होंने दोहराया कि वन भूमि या सरकारी भूमि पर लैंड जिहाद के नाम पर किए गए कब्जों के विरुद्ध कार्यवाही पर रोक नहीं लगेगी,यह कार्यवाही जारी रहेगी।

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