बेगुनाह होकर भी 41 साल एकांत कारावास में बीते,फिर रिहाई के 3 दिन बाद हुई मौत

 


10 जून 1972 .. अमेरिका का लूसियाना शहर। इस रात एक दुकान में चोरी की वारदात घटी। चोरी का इल्जाम हरमन वैलेस , रॉबर्ट किंग और अल्बर्ट वूडफॉक्स पर लगा। इन तीनों को जेल में बंद कर दिया गया। कोर्ट ने भी इन तीनों को दोषी मानते हुए एक साल कैद की सजा सुनाई गई।जब ये तीनों जेल में अपनी सजा काट रहे थे, ठीक कुछ ही महीनों बाद जेल के गार्ड ब्रेंट मिलर की हत्या हो गई।तब पुलिस वालों को शक हुआ कि ब्रेंट की हत्या हरमन वैलेस और अल्बर्ट वूडफॉक्स ने की है। पुलिस ने छानबीन किए बिना ही कोर्ट में यह भी साबित कर दिया कि ये कत्ल हरमन और अल्बर्ट ने की है।वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, इसके बाद दोनों को एकांत कारावास में 40 सालों के लिए बंद कर दिया गया। उनके साथ-साथ रॉबर्ट को भी जेल में उन्ही के साथ कैद रखा गया। उस पर इनका साथ देने का आरोप लगा था। इन तीनों तो वहां 'अंगोला-थ्री' के नाम से जाना जाता था।बता दें, एकांत कारावास अमेरिका में सबसे लंबे समय जेल की सजा मानी जाती है।

यह सजा उन कैदियों को दी जाती है जिन्होंने बेहद संगीन अपराध किया हो। जैसे किसी की हत्या या रेप जैसे अपराध। एकांत कारावास में जो जेल होती है वो बिल्कुल अलग होती है।इसका कमरा 6 फीट लंबा और 9 फीट ऊंचा होता है। यहां न तो कोई लाइट होती है और न ही कैदियों को किसी और से मिलने दिया जाता है। दिन में सिर्फ एक घंटा ही जेल से बाहर निकालने की इजाजत दी जाती है। पूरे अमेरिका में 80 हजार से भी ज्यादा कैदी ऐसे हैं जो आज के समय में एकांत कारावास की सजा काट रहे हैं।अल्बर्ट और हरमन दोनों पहले 'ब्लैक पैंथर' राजनीतिक ग्रुप के मेंबर थे। जब इन लोगों को एकांत कारावास की सजा सुनाई गई तो 'ब्लैक पैंथर' के लोगों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि ये तीनों निर्दोष हैं। इन्हें बेवजह फंसाया गया है। क्योंकि जब गार्ड की हत्या की गई, उस समय तो ये तीनों जेल के अंदर बंद थे। वो जेल से बाहर कैसे आ सकते थे? और कैसे गार्ड की हत्या कर सकते थे?

किसी ने नहीं सुनी 'ब्लैक पैंथर' पार्टी की बात

लेकिन 'ब्लैक पैंथर' पार्टी की बात किसी ने नहीं सुनी। थक हारकर पार्टी ने खुद के दम पर एक जांच कमेटी बैठाई। उन्होंने कोर्ट में एक याचिका दायर की। इसके बाद उनके वकील ने कोर्ट से अपील की कि अल्बर्ट, हरमन और रॉबर्ट को एकांत कारावास की सजा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि हत्या के समय वे जेल में बंद थे और वारदात वाली जगह जो फिंगर प्रिंट मिले, वो भी इनसे मैच नहीं होते हैं।'ब्लैक पैंथर' पार्टी ने सबूत के तौर पर एक कैदी की भी गवाही ली थी, जो खुद एक मुजरिम था। उसने बताया था कि हत्या के समय हरमन, अल्बर्ट और रॉबर्ट उसके ही सामने वाली जेल में बंद थे। इसलिए उन्होंने गार्ड की हत्या नहीं की। लेकिन जब उसे कोर्ट में पेश किया जाना था तो किन्ही कारणों से उस कैदी की भी मौत हो गई।

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