भर्ती घोटालों और अंकिता हत्याकांड पर सियासी पारा गर्म

 


ऋषिकेश : इस वक्त देवभूमि की सियासत में नित्य नई बिसात बिछाई जा रही हैं। आपको बता दें कि उत्तराखण्ड की सियासत का तापमान कभी ठंडा तो कभी गर्म रहता ही है,लेकिन इस साल जो कुछ भी घटा है वो सियासी हलकों में भूचाल की तरह है। आपको बता दें कि हाईप्रोफाईल बना अंकिता हत्याकांड ने सियासी नब्ज की रफ्तार सुस्त कर दी है तो वहीं भर्ती घोटालों और विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के मामलों ने सियासी तापमान को और भी गर्म कर दिया है।

समूचे उत्तराखण्ड में इसका शोर है। इसी कड़ी में ऋषिकेश में भी सियासी रंग बदलता हुआ देखा जा रहा है। इन सारे मुद्दों पर एकजुट हुए विभिन्न सामाजिक और राजनैतिक संगठनों ने अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि कि दोषियों पर जल्द सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें आमरण अनशन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।


हरिद्वार.ऋषिकेश हाईवे पर कोयलघाटी तिराहे के पास विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोग एकत्रित हुए और अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने, भर्ती घोटालों और विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्ती के सभी दोषियों को बर्खास्त कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। धरने पर बैठे लोगों ने भाजपा सरकार को अंकिता हत्याकांड, भर्ती घोटालों में आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है जिससे आमजन अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रही है। आंदोलनरत लोगों ने अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े वीआईपी मेहमानों के नामों का खुलासा नहीं होने पर भी आक्रोश जताया।

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