सड़क हादसा: लोगों का फूटा गुस्सा,परिवहन मंत्री ने माना सड़क नहीं थी सुरक्षित



हरिद्वार से यमुनोत्री जा रही चारधाम यात्रियों से भरी बस रविवार शाम 200 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने उत्तराखंड पहुंचे उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

 पिछले पांच साल में सड़क हादसों में होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है। जनवरी 2017 से जून 2022 तक उत्तराखंड में सड़क हादसों में 4,600 से अधिक लोगों की मौत हो गई पिछले 10 साल में वर्ष 2018 में सर्वाधिक 1,464 सड़क हादसे हुए। इनमें 1047 लोगों की मौत हुई। पर्यटन और तीर्थाटन के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंड में समय.समय पर होने वाली प्राकृतिक आपदा के साथ ही सड़क हादसों में भी बड़ी संख्या में लोग असमय जान गंवा रहे हैं। लगातार कई घंटे तक वाहन चलाने, ओवरलोडिंग, बेतरतीब व शराब पीकर वाहन चलाने और सड़कों की बदतर स्थिति कारण बन रहे हैं।

रिखांऊ खड्ड में होटल चलाने वाले वीरेंद्र पंवार ने बताया कि मध्य प्रदेश के यात्रियों की दो बसें यमुनोत्री की ओर निकलीं थी। पहली बस 15 किलोमीटर आगे पहुंच गई थी हादसे की सूचना पर बस लौटी उसमें मौजूद यात्रियों में से एक ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार यात्री ने फोन कर हादसे की सूचना दी थी। साथ ही झाड़ियों में फंसने की बात कही थी इस पर झाड़ियों में घायलों की तलाश की गई उन यात्रियों ने ही बस में सवार लोगों के गांव के बारे में बताया था।

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