श्री झंडा जी मेला: देहरादून पहुंचने लगीं देश-विदेश से संगतें



देहरादून / विश्व प्रसिद्ध श्री झंडा जी मेला श्ुारू होने वाला है। श्री झडा मेला ंआयोजन में शामिल होने के लिए देश-विदेश से संगतों का दून आने का सिलसिला शुरू हो गया है। संगतों के स्वागत के लिए श्री दरबार साहिब की दीवारों पर आकर्षक पोस्टर बनाए गए हैं तो वहीं श्री झंडे जी मेले के लिए श्री दरबार साहिब में हो रहा रंग-रोगन और मन को मुग्ध कर लेने वाली साज-सज्जा आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है।आपको बता दें कि  चित्रकारी से भित्ती चित्रों के रखरखाव, संरक्षण व उनके संवर्द्धन का संदेश दिया जा रहा है।

श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्री महंत देवेन्द्र दास महाराज ने भित्ती चित्रों की सजावट और रंग भरने के कार्य में स्वयं सेवा भी दी।आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों से भित्ती चित्रों को संरक्षित करने के लिए एक विशेष टीम श्री दरबार साहिब में काम कर रही है। इस वर्ष श्री झंडे जी मेले के आयोजन में पहुंच रही संगत इन भित्ती चित्रों की खूबसूरती एवं आकर्षक स्वरूप से रूबरू होंगी।

गौरतलब है कि इन भित्ती चित्रों को पानी, धूल, प्रदूषण, धूप और मौसम की मार से बचाने के लिए विशेष तकनीक का सुरक्षा आवरण लगाया गया है। शताब्दियों पूर्व बनाए गए इन भित्ती चित्रों के माध्यम से रामायण काल, महाभारत काल सहित कई भगवानों और देवी-देवताओं के चित्रों, संत समाज के दार्शनिक पक्ष का चित्रण भी किया गया है तो वहीं इतिहास के कई कालखंडों को भित्ती चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।


 श्री दरबार साहिब के करीब 346 वर्षों के इतिहास को यह भित्ती चित्र कई उदाहरणों से सजीव करने का काम कर रहे हैं। श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने कहा कि भित्ती चित्रों का संरक्षण एवं संवर्द्धन अहम सब की जिम्मेदारी है।उन्होंने मेले के दौरान आने वाली संगतों और दूनवासियों का आह्वान किया है कि इन भित्ती चित्रों की सुंदरता को निहारें और इनमें छिपे संदेशों को आत्मसात करें। इतिहास के विद्यार्थी व शोधार्थी इन भित्त चित्रों से जुड़ी महत्वपूर्णं जानकारियां लेकर अपने शोधपत्रों में वर्णित कर सकते हैं।

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