साहित्य अर्पण साहित्याजंलि का विमोचन...



कुमार संदीप /

साहित्य को समर्पित मंच साहित्य अर्पण की स्थापना चार वर्ष पूर्व 17 फरवरी को दुबई में हुई जो कि नेहा शर्मा जी के हिंदी प्रेम को पूर्ण समर्पण था। ये नेहा जी के अथक प्रयास का ही परिणाम है जो आज ये मंच एक समूह एक परिवार के रूप मे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी साहित्यकारो को खुद से जोड़ें है।
अल्प समय मे ही साहित्य अर्पण ने साहित्य के क्षेत्र में अपनी विशेष जगह स्थापित की है। देश-विदेश में आज इसने अत्यधिक ख्याति अर्जित की है।
साहित्य भाव से साहित्य को समर्पित इस मंच ने साहित्य व साहित्यकारों के लिए अनेक कार्य किये हाल ही में उन्होंने साहित्यकारों को नई दिशा देने हेतु अपनी प्रथम पुस्तक *अर्पण साहित्याजंली* प्रकाशित की।
इस पुस्तक की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि इसमें देश-विदेश के वे सभी लेखक जो कि अलग- अलग  लेखन- विधा में पारंगत है सभी की खुशबू इस पुस्तक में मिलती है।
इस पुस्तक का सम्पादन स्वयं नेहा शर्मा जी ने  कुमार विक्रांत जी के साथ किया है। 
समन्वयक : दीप्ति शुक्ला जी हैं
साहित्य अर्पण के कार्यकारणी सदस्य: नूतन गर्ग जी, पूनम बागड़िया जी,  दीप्ति शुक्ला जी, कुमार संदीप जी व विनय गौतम जी है
पुस्तक आवरण: सोनिया माथुर जी का है।

इस पुस्तक में करीब 30 रचनाकारों की रचनाओं को सुसज्जित किया गया है और प्रत्येक रचना स्वयं में ही कोई न कोई विशेषता या सीख लिये है जो कलमकार के व्यक्तित्व को उजागर करती है।
जिसमे  नेहा शर्मा जी, नूतन गर्ग जी, पूनम बागड़िया जी, दीप्ति शुक्ला जी, कुमार संदीप जी, कुमार विक्रांत जी, सरला मेहता जी, नरेंद्र डग्गा जी, बबली जी, मीता जोशी जी, समर नाथ मिश्र जी, सपना यशोवर्धन जी, सीमा खरे जी, स्वाति सिंह जी, वर्षा पांडेय जी, के एल सोनी जी,एकता कोचर जी,दीपेश गौर जी,भारती सिंह जी, वंदना सिंह जी, समीर ललितचन्द्र उपाध्याय जी, प्रतिबिंब बड़थ्वाल जी, रुचिशर्मा जी, प्रति शर्मा जी, सीमा रहस्मयी जी, मीरा शिंजानी जी ज्योती बत्रा जी, सुधीर अधीर जी आदि की रचना किताब में हैं।
इस किताब की बड़ी  विशेषता स्वर्गीय अंकिता भार्गव जी  की रचनाएं भी है जो समस्त  साहित्य अर्पण परिवार की ओर से उनको साहित्यिक श्रद्धांजलि है।
कोरोना के चलते सभी के स्वस्थ के प्रति  सावधानी रखतें हुए इस पुस्तक का विमोचन भारतीय समयानुसार 20 फरवरी शाम 4:30 बजे किया जायेगा।


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