हरिद्वार : एशिया के पहले बाल्टिक सांस्कृतिक अध्यययन केंद्र का राष्ट्रपति ने किया अवलोकन

 


 हरिद्वार / राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द उत्तराखंड दौरे के दूसरे दिन देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां कुलाधिपति डा. प्रणव पंड्या, प्रति कुलपति डा. चिन्मय पंड्या और कुलपति शरद पारधी ने उनका स्वागत किया। विश्वविद्यालय प्रांगण स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में राष्ट्रपति ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और आरती के बाद मृत्युंजय सभागार में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रमुख पदाधिकारी और आचार्यों के साथ फोटो सेशन में हिस्सा लिया। राष्ट्रपति विश्वविद्यालय स्थित एशिया के प्रथम बाल्टिक सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र का अवलोकन कर रहे हैं।राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द उत्तराखंड दौरे के पहले दिन पतंजलि विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने कहा कि योग किसी पंथ-संप्रदाय से नहीं जुड़ा है, बल्कि यह तो तन-मन को स्वस्थ रखने की पद्धति है। पहले योग साधु-संन्यासियों तक ही सीमित था, लेकिन बाबा रामदेव ने योग की परिभाषा ही बदल कर रख दी। योग को विश्व के हर क्षेत्र और विचारधार के लोगों ने अपनाया है। राष्ट्रपति हरिद्वार स्थित पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 78 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 700 स्नातक, 620 स्नातकोत्तर, एक एमफिल व 11 पीएचडी विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की।वहीं, इसके बाद वे तीर्थनगरी ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे, जहां उन्होंने पत्नी सविता कोविन्द और पुत्री स्वाति के साथ सांध्यकालीन गंगा आरती में भाग लिया। इस दौरान स्वामी चिदानंद ने राष्ट्रपति व सविता कोविन्द का इलाइची की माला पहनाकर स्वागत किया। आरती से पूर्व राष्ट्रपति ने परिवार के साथ गंगा तट पर विश्व शांति के लिए यज्ञ में आहुति दी।

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