दिल्ली की हाई सिक्योरिटी अदालतों में जजों के सामने पहले भी चलती रही है गोलियां,ढेर हुए हैं गैंगस्टर

 

 



नई दिल्ली /  ये पहला मौका नहीं है जब रोहिणी कोर्ट में किसी इनामी अपराधी के ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसकी हत्या की गई हो, इससे पहले भी दिल्ली की हाइटेक अदालतों में जजों के सामने ही इनामी अपराधियों पर गोलियों की बौछार होती रही है। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट, तीस हजारी कोर्ट और अब रोहिणी कोर्ट में एनकाउंटर का मामला सामने आ चुका है।
तीस हजारी कोर्ट में 29 मई साल 2018 एक नाबालिग अपराधी ने पुलिस वैन के अंदर बैठे बदमाश दिनेश पाठक उर्फ दिनेश करालिया को गोली मार दी। गोली उसके कंधे में लगी। वारदात के बाद नाबालिग कट्टा फेंक कर भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने उसे दबोच लिया था। उस समय उत्तरी जिले के डीसीपी जतिन नरवाल ने बताया था कि यह घटना जितेंद्र उर्फ गोगी व सुनील ढिल्लो गिरोहों के बीच झगड़े का नतीजा है। दिनेश अलीपुर के कराला गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ हत्या के छह मामले समेत कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस सुबह गोगी गिरोह के शूटर दिनेश समेत पांच कैदियों को रोहतक जेल से लेकर तीस हजारी कोर्ट आई थी। दिनेश को रणहौला में लूटपाट के पुराने मामले में पेशी के लिए लाया गया था।29 मई को करीब 12 बजे सभी कैदियों को कोर्ट ले जाया गया। दिनेश को कोर्ट नंबर 17 में पेश करने के बाद पुलिस ने उसे लॉकअप गेट नंबर दो के पास खड़ी वैन में बैठा दिया। वह अकेला बैठा था तभी दोपहर 1.05 बजे 17 साल का किशोर वहां पहुंचा और वैन में लगी जाली से दिनेश पर गोली चला दी। गोली उसके कंधे में लगी। आरोपित कट्टा फेंक कर भागने लगा, लेकिन वहां से गुजर रहे स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर पीसी यादव व एसआइ भारत ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह रोहतक के सांपला का रहने वाला है और जितेंद्र के विरोधी गिरोह सुनील ढिल्लो के लिए काम करता है। साल 2015 में कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में शातिर बदमाश इरफान उर्फ छेनू पहलवान पर इसी तरह से चार बदमाशों ने जानलेवा हमला किया गया था। इसमें अमरोहा में हुई ट्रिपल मर्डर की घटना का बदला मुख्य कारण माना जा रहा था। फरवरी 2014 में छेनू पहलवान के गैंग ने दिल्ली के तीन युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अमरोहा जिले में छेनू पहलवान समेत पांच बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।

उसके बाद दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में पेशी पर गए बदमाश इरफान उर्फ छेनू पहलवान पर चार युवकों ने कोर्ट में जानलेवा हमला किया था। इस हमले में सिपाही की मौत हो गई तथा छेनू गंभीर रूप से घायल हुआ है। हालांकि चारों आरोपी पुलिस ने पकड़ लिए हैं, लेकिन इस हमले के पीछे दो साल पहले अमरोहा में हुई गैंगवार को माना जा रहा है। बता दें कि 16 फरवरी 2014 की सुबह को हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव भूतखदेड़ी में तीन युवकों के शव मिले थे। गोली मारकर उनकी हत्या की गई थी। पहले तो इस घटना के पीछे पुलिस एनकाउंटर माना गया था। क्राइम ब्रांच ने घटना की जांच शुरू की तो मामला खुलकर सामने आ गया। दरअसल शाहनवाज व छेनू पहलवान के बीच दिल्ली में गैंगवार चल रही थी। छेनू ने शाहनवाज के बहनोई परवेज की हत्या करा दी थी। उसके बाद शाहनवाज गैंग ने छेनू के गैंग के दो युवकों की हत्या कर दी थी। जिसका बदला छेनू गैंग ने तीनों का अपहरण कर उनकी हत्या करने के बाद लिया था। अभी तक गैंगवार जारी है। इस मामले में इरफान उर्फ छेनू समेत पांच युवकों के खिलाफ हसनपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। चार को तो हसनपुर पुलिस ने ही जेल भेज दिया था। परंतु छेनू ने दिल्ली में सरेंडर कर दिया था। अब वह अमरोहा कोर्ट में कड़ी सुरक्षा में ट्रिपल मर्डर की तारीख पर आता था। ट्रिपल मर्डर घटना की विवेचना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बदला लेने की मंशा से छेनू पर यह हमला किया गया था। 

 

Sources:JNN

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