जल्द शुरू होगा रैपिड का रोमांच,गंगा नदी पर पर्यटक लेंगे राफ्टिंग का मजा

 


 ऋषिकेश में ब्रेक के बाद एक बार फिर से गंगा में राफ्टिंग के रोमांच का सफर शुरू होने वाला है। करीब चार माह से बंद पड़े राफ्टिंग का संचालन 15 सितंबर से शुरू होगा। राफ्टिंग कारोबारियों ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऋषिकेश में गंगाघाटी के कौडियाला-मुनिकीरेती इको जोन में कोविड के कारण बीते चार माह से राफ्टिंग का संचालन बंद है। बरसात के बाद नए सत्र में 15 सितंबर से गंगा में रंग बिरंगी राफ्ट उतरने जा रही हैं। लंबे समय बाद पर्यटक राफ्टिंग का मजा ले सकेंगे। ऋषिकेश में 280 राफ्टिंग कंपनियां हैं, जिनकी 575 राफ्टों का संचालन होता है।इससे करीब 20 हजार से अधिक लोगों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार जुड़ा है। एक माह में 50 लाख से अधिक का कारोबार होता है। लेकिन बीते चार माह से राफ्टिंग बंद होने के कारण कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। हर साल सितंबर माह से राफ्टिंग सत्र शुरू होता है। इस बार भी 15 सितंबर से राफ्टिंग का संचालन होने की उम्मीद है। इसके लिए राफ्टिंग कारोबारियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति दिनेश भट्ट ने बताया कि कोविड के कारण एक अप्रैल से राफ्टिंग कारोबार बंद है।इसके बाद जून में मानसून के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ जाता है। ऐसे में जून, जुलाई और अगस्त माह में गंगा में राफ्टें नहीं उतारी जाती हैं। पर्यटन विभाग की तकनीकी टीम गंगा के जलस्तर का निरीक्षण करेगी। इसके बाद पर्यटन विभाग की ओर से राफ्टिंग संचालन की अनुमति दी जाती है। 15 सितंबर तक राफ्टिंग शुरू हो जाएगी। 

कौडियाला से रामझूला तक पड़ते हैं ये रैपिड: 

कौडियाला से रामझूला तक करीब 35 किमी की दूरी पर डैनियल डीप, द वॉल, थ्री ब्लाइंड माइंस, कोर्स फायर, बटर फ्लाई, रिर्टन टू सेंटर, रोलर कॉस्टर, टी ऑफ, गोल्फ कोर्स, कैच फ्लो, इंस्पेक्शन बॉडी सफरिंग, डबल ट्रबल, हिल्ट्रॉन रैपिड गंगा के पड़ाव पर पड़ते हैं। इनका पर्यटक खूब आनंद लेते हैं।

 

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